Sonbhadra पिंकी हत्याकांडः आरोपियों के गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन, शीघ्र गिरफ्तारी न होने पर आंदोलन की चेतावनी
Sonbhadra: मामले में घटना के समय सास को गिरफ्तार किया गया लेकिन शेष सभी आरोपी पकड़ से बाहर हैं। जबकि सास और पति पर जहर पिलाकर मार डालने और ससुर तथा ननद पर इसके लिए उकसाने का आरोप है।;
Sonbhadra: पिंकी हत्याकांड में एक सप्ताह व्यतीत होने के बाद भी पति सहित तीन आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से खफा राष्ट्रीय मानवाधिकार पर्यावरण संगठन के कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार को दोपहर बाद ओबरा के नेता सुभाष चैक पर प्रदर्शन कर सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग उठाई। कहा कि अब तक सिर्फ एक आरोपी की गिरफ्तारी हुई है। पति सहित तीन अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। पति के मुख्य आरोपी होने के बावजूद अब तक गिरफ्तारी न होने को लेकर पुलिस की सक्रियता पर भी सवाल उठाए। कहा कि शीघ्र सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा।
अगुवाई कर रहे मंडल अध्यक्ष राजू जायसवाल, जिला उपाध्यक्ष शिवशंकर, जिला सचिव रिजवान, प्रद्युम्न, चंद्रजीत सिंह, अशोक कुमार, रवि कुमार, शबनम, रूबी श्रीवास्तव, पार्वती, मीरा देवी, बेबी देवी, शकुंतला, शकुंतला पाठक, सोना देवी आदि का कहना था कि 29 जून की रात दहेजलोभी पति, सास, ससुर और ननद ने मिलकर, महज चार माह पूर्व ब्याहकर आई पिंकी की हत्या कर दी थी। मामले में घटना के समय सास को गिरफ्तार किया गया लेकिन शेष सभी आरोपी पकड़ से बाहर हैं।
जबकि सास और पति पर जहर पिलाकर मार डालने और ससुर तथा ननद पर इसके लिए उकसाने का आरोप है। कहा कि घटना के वक्त पुलिस ने दो दिन के भीतर सभी आरोपियों के गिरफ्तारी की बात कही थी लेकिन अब गिरफ्तारी होगी भी या आरोपियों को बचाव का रास्ता दे दिया जाएगा, समझ में नहीं आ रहा है। प्रदर्शनकारियों ने इस मसले को लेकर जमकर नारे लगाए और अतिशीघ्र सभी आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित न होने पर आंदोलनात्मक रास्ता अख्तियार करने की चेतावनी दी।
बताते चलें कि आरोपों के मुताबिक गत 29 जून की रात दस बजे पिंकी का फोन उसकी मां सावित्री देवी के फोन पर आया था कि मम्मी मेरी जान बचा लो नहीं तो शुभम और उसके घर वाले मार डालेंगे। इस पर सावित्री ने तत्काल इसकी जानकारी ओबरा में रह रहे अपने ननदोई मणिशंकर पाठक को दी। जानकारी पाते ही वह अपने पत्नी-बच्चों को लेकर पिंकी के ससुराल पहुंचे तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। शोर मचाकर किसी तरह दरवाजा खुलवाया तो पिंकी उल्टियां करती मिली। उसने फुफा मणिशंकर को बताया कि उसके पति शुभम और उसकी सास रत्नावली ने ससुर सुधाकर और ननद रूपम के उकसाने पर जहर खिला दिया है। तड़पती हालत में परियोजना अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मामले में मृतका के पिता रामेश्वर चैबे के तहरीर पर उपरोक्त चारों आरापियों के खिलाफ मामला दर्ज कर सास को गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं शेष आरोपी अब तक पुलिस की पकड़ में नहीं आ पाए हैं। -