Sonbhadra News: नियमों को ताक पर रख ग्राम रोजगार सेवकों का तबादला..दिया आंदोलन का अल्टीमेटम
Sonbhadra News: मामले में, बैठक कर आंदोलन की रणनीति बनाने के साथ ही, डीएम, सीडीओ और उपायुक्त मनरेगा से पत्रक के जरिए हस्तक्षेप की गुहार लगाई है।
Sonbhadra News: मनरेगा से होने वाले कार्यों में जहां, वर्ष 2007 से वर्ष 2010 के बीच कराए गए कार्यों को लेकर सीबीआई की धमक के बावजूद गड़बड़ी की शिकायतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। वहीं, जिले के पिछड़े ब्लाक की पहचान रखने वाले नगवां में, ग्राम रोजगार सेवकों के दूसरी ग्राम पंचायत में तबादले का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया। 30 अक्टूबर को खंड विकास कार्यालय नगवां से जारी स्थानांतरण आदेश के विरूद्ध जहां ग्राम रोजगार सेवक संघ ने ताल ठोंक दी है। वहीं, मामले में, बैठक कर आंदोलन की रणनीति बनाने के साथ ही, डीएम, सीडीओ और उपायुक्त मनरेगा से पत्रक के जरिए हस्तक्षेप की गुहार लगाई है।
रोजगार सेवक संघ जिलाध्यक्ष सुजीत कुमार सिंह की तरफ से पत्रक के जरिए अवगत कराया गया है कि मामले को लेकर हुई बैठक में संघ के जिलास्तरीय पदाधिकारियों ने गहरी नाराजगी जताई है। कहा है कि मनरेगा योजना के तहत कार्यरत ग्राम रोजगार सेवक/ पंचायत मित्र की नियुक्ति मनरेगा गाइड लाइन के आधार पर वर्ष 2006 में ग्राम पंचायत स्तर पर की गई थी। नियुक्ति को लेकर जारी शासनादेश/विज्ञप्ति में जो पहली शर्त रखी गई थी, वह यह थी कि अभ्यर्थी ग्राम पंचायत का निवासी हो और उसकी नियुक्ति ग्राम पंचायत स्तर पर की जाएगी। भारत सरकार के मनरेगा गाइडलाइन के मुताबिक ग्राम रोजगार सेवक को ग्राम पंचायत स्तर पर मनरेगा योजना के क्रियान्वयन के लिए रखा गया है। शासनादेश जारी होने से अब तक ग्राम रोजगार सेवकों के स्थानांतरण को लेकर कोई शासनादेश निर्गत नहीं किया गया है।
रोजगार सेवक संघ का दावा, शासनादेश को दरकिनार कर किया गया तबादला-संबद्धीकरण
अलबत्ता इस बात का प्रावधान जरूर है कि अगर पड़ोसी ग्राम पंचायत में रोजगार सेवक का पद रिक्त है तो बगल गांव में तैनात रोजगार सेवक को, रिक्त पद का चार्ज सौंपा जा सकता है लेकिन इस शासनादेश से इतर, खंड विकास अधिकारी नगवां की तरफ से गत 30 अक्टूबर को जारी कार्यालय आदेश में सरईगाढ़ ग्राम पंचायत में तैनात ग्राम रोजगार सेवक श्याम मोहन पांडेय को बाराडांड़ और चरगड़ा में तैनाती के साथ मड़पा ग्राम पंचायत का प्रभार देख रहे जुनैद अंसारी को कार्यालय आदेश में सरईगाढ़ संबद्धीकरण-नवीन तैनाती दिखाते हुए, उन्हें सरईगाढ़ का अतिरिक्त चार्ज सौंप दिया गया है। जबकि चरगड़ा और सरईगाढ़ के बीच की दूरी लगभग 40 किलोमीटर है। कार्यालय आदेश में जुनैद अंसारी की मूल तैनाती कहां है, इसका भी जिक्र नहीं किया गया है। रोजगार सेवक संघ का दावा है कि इसी तरह बांकी ग्राम पंचायत के रोजगार सेवक को देवरी मय देवरा ग्राम पंचायत का चार्ज सौेंपा गया था। नए आदेश में उससे यह चार्ज हटाते हुए, उसी गांव में पंचायत सहायक के रूप में तैनात उर्मिला देवी को मनरेगा का भी दायित्व सौंप दिया गया है।
तबादला निरस्त कर मूल तैनाती पर किए जांएगे वापस: अफसर
शासनादेश के विपरीत तबादले की बात जैसे ही न्यूजट्रैक की तरफ से संबंधित अफसरों के संज्ञान में डाली गई, वैसे ही तबादला निरस्त कर, स्थानांतरित हुए ग्राम रोजगार सेवकों को मूल तैनाती पर वापस करने की कवायद शुरू कर दी गई। फोन पर बीडीओ नगवां उत्कर्ष सक्सेना ने बताया कि कार्यालय में तैनात एक कर्मचारी की गड़बड़ी से यह आदेश जारी हो गया था। जैसे ही उनके संज्ञान में यह बात आई, वैसे ही स्थानांतरित ग्राम रोजगार सेवक को मूल पद पर वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वहीं, उपायुक्त मनरेगा राकेश कुमार का कहना था कि अभी मामला उनके संज्ञान में नहीं आया है। जहां तक शासनादेश की बात है तो ग्राम रोजगार सेवकों से मूल तैनाती पर ही कार्य लेने का नियम है। वह प्रकरण की जानकारी करेंगे और शासनादेश के विपरीत स्थानांतरण पाया जाता है तो उसे निरस्त कराकर मूल तैनाती पर वापस कराया जाएगा।