Sonbhadra News: सोनभद्र की प्लास्टिक फ्री मुहिम की केंद्र स्तर पर होगी चर्चा, बोले पेट्रोलियम मंत्री
Sonbhadra News: सोनभद्र में ग्राम पंचायतों को प्लास्टिक मुक्त ग्राम पंचायत की चल रही चरणवार मुहिम को स्टांग लीडरशिप की जरूरत जताए जाने पर कहा कि यह मसला पीएम मोदी के प्राथमिक एजेंडे में है।;
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Sonbhadra News: सोनभद्र में ग्राम पंचायतों को सिंगल यूज प्लास्टिक फ्री बनाने की चल रही मुहिम, जल्द ही केंद्र स्तर पर चर्चा का केंद्र बिंदु होगी। शनिवार को जिले में कई योजनाओं का शिलान्यास और सौगात के लिए आए केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस बात के संकेत दिए।
सोनभद्र में ग्राम पंचायतों को प्लास्टिक मुक्त ग्राम पंचायत की चल रही चरणवार मुहिम को स्टांग लीडरशिप की जरूरत जताए जाने पर कहा कि यह मसला पीएम मोदी के प्राथमिक एजेंडे में है। कहा कि पीएम ने पीएम ने लाल किला से इस बात को कहा था कि जल्द ही देश से सिंगल यूज प्लास्टिक को हटा दिया जाएगा। जनसामान्य को इसके लिए आगे आने की अपील करते हुए कहा कि वह स्वयं इसकी शुरूआत कर चुके हैं। उनके कार्यालय तक में प्लास्टिक की बोतल प्रयोग नहीं की जाती। कहा कि यह पहल स्वास्थ्य की दृष्टि से अच्छी तो है ही, पर्यावरण की दृष्टि से भी काफी फायदेमंद है। कहा कि जल्द ही इस पर अलग से चर्चा की जाएगी।
पहल को प्रदेश स्तर पर मिल चुका है दूसरा स्थान:
जिला पंचायत राज महकमे की तरफ से 65 ग्राम पंचायतों को लेकर शुरू की गई इस मुहिम यानी नवाचार को कार्य और विजन की दृष्टि से प्रदेश स्तर पर दूसरा पुरस्कार दिया जा चुका है। वहीं, अब इस मुहिम को 65 ग्राम पंचायत से बढ़ाकर 150 ग्राम पंचायत तक ले जाने और चरणवार तरीके से जन सामान्य को इस मुहिम से जोड़ते हुए, जिले की सभी ग्राम पंचायतों तक, इस अभियान को ले जाने के प्लान पर काम किया जा रहा है।
कुछ प्रधानों ने पेश किए अनुकरणीय उदाहरण:
चंद माह पूर्व शुरू की गई इस मुहिम से ग्राम पंचायत स्तरीय कार्यकताओं को जोड़ने के प्रयासों में अच्छी सफलता मिल रही है। कुछ प्रधानों की तरफ से इसको लेकर अनुकरणीय उदाहरण भी पेश किए गए हैं। घोरावल विकास खंड के छोटे से गांव रघुनाथुपर के प्रधान ने जहां गांव में छोटी-छोटी बैठकें कर ग्रामीणों को जागरूक किया। वहीं, खुद से ई-रिक्सा चलाकर, प्लास्टिक कूड़ा एकत्रीकरण अभियान को गति देकर, दूसरी ग्राम पंचायतों के लिए भी अनुकरणीय उदाहरण पेश किया है। इसको देखते हुए, दूसरे ग्राम पंचायतों में भी अपने गांव-अपनी बस्ती को प्लास्टिक फ्री बनाने की ललक धीरे-धीरे बढ़ने लगी है।