Sonbhadra News: बैंक से सस्ता लोन व माफी का झांसा देकर डकार ली थी लाखों की रकम और जमीन, छह के खिलाफ धोखाधड़ी-कूटरचना का केस
Sonbhadra News: दुद्धी कोतवाली क्षेत्र के कटौंधी गांव में एक आदिवासी को बैंक से सस्ता लोन दिलाने और बाद में लोन की माफी कराने का झांसा देकर लाखों की रकम और जमीन हड़पने के मामले में पुलिस ने एफआईअ्रार दर्ज कर ली है।
Sonbhadra News: दुद्धी कोतवाली क्षेत्र के कटौंधी गांव में एक आदिवासी को बैंक से सस्ता लोन दिलाने और बाद में लोन की माफी कराने का झांसा देकर लाखों की रकम और जमीन हड़पने के मामले में पुलिस ने एफआईअ्रार दर्ज कर ली है। कोर्ट की तरफ से दिए गए आदेश के क्रम में दुद्धी कोतवाली पुलिस की तरफ से छह के खिलाफ धारा 419, 420, 467, 468, 504, 506 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है।
यह था पूरा मामला
दुद्धी कोतवाली क्षेत्र के कटौंधी निवासी महावीर पुत्र राजाराम ने न्यायालय में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर गुहार लगाई थी कुछ वर्ष पूर्व इलाके के कमरडांड़ निवासी लक्षुमन, मनबसा निवासी नाबालिक, रामसिंह, शिवबालक, दुद्धी निवासी वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता, पिपरी थाना क्षेत्र के मुर्धवा निवासी रामकुमार जायसवाल ने धोखाधड़ी कर उसे लोन में मिली रकम और बैंक की रकम अदा न करने पर जेल जाने का डर दिखाकर, धोखे से जमीन रजिस्ट्री करा ली थी।
यह लगाया गया है आरोप
मामले में पीड़ित का कहना है कि लक्षुमन और उसके साथियों ने उसे किसानों के लिए काफी कम ब्याज पर लोन मिलने और बाद में पूरा लोन माफ हो जाने का झांसा देकर किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए इलाहाबाद बैंक की शाखा अमवार से डेढ़ लाख तथा आर्यावर्त बैंक की झारोकला शाखा से 1.11 लाख का लोन कराया। लोन के उपरांत धन की निकासी कराकर, उसे महज एक लाख की रकम थमाई गई। शेष रकम लोन कराने और लोन माफी आदि में व्यय होने आदि की बात कहकर डकार ली गई।
बैंक से पहुंची बकाए वसूली की नोटिस तो धोखे से हड़प ली जमीन
लिए गए लोन के एवज में जब बैंक से बकाए के वसूली की नोटिस पहुंची तो पीड़ित भागकर आरोपियों के पास पहुंचा। आरोपियों ने एक बार फिर से उसे ठगने का प्लान बनाया और बैंक बकाया अदा न करने पर जेल जाने का डर दिखाकर सड़क किनारे स्थित छह कट्टा जमीन बेचने के लिए राजी कर लिया। इसके बाद उसे सब रजिस्ट्रार कार्यालय लाकर उससे छह कट्ठा की बजाय, धोखे से पांच बीघा 8 कट्ठा जमीन लिखवा ली गई। छह कट्ठा जमीन के एवज में छह लाख देने की बात तय हुई थी लेकिन उसे महज एक लाख थमाकर चलता कर दिया।
थक-हार कर ली न्यायालय की शरण, तब जाकर दर्ज हुआ केस
सितंबर 2021 में ठगी का शिकार होने के बाद पीड़ित एक साल से अधिक समय तक अधिकारियों के यहां गुहार लगाता रहा। कोई मदद नहीं मिल पाई तब न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। वहां से एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया जिसके क्रम में दुद्धी कोतवाली पुलिस ने उक्त छहों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 504, 506 के तहत मामला दर्ज कर लिया। पुलिस के मुताबिक मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है।