Sonbhadra News: UP-MP सीमा पर नहीं थम रही ब्लैक डायमंड की तस्करी, CBI रेड के बाद भी जमा लिए पांव

Sonbhadra News: वर्ष 2009 में सीबीआई की तरफ से छापेमारी कर, कोयला तस्करी गिरोह की कमर तोड़ दी गई थी। उसके छह साल बाद गिरोह से ही जुड़े कुछ लोगों ने नए तरीके से गिरोह की जड़ें जमाई।;

Update:2024-01-22 18:24 IST

यूपी-एमपी सीमा पर नहीं थम रही ब्लैक डायमंड की तस्करी (न्यूजट्रैक)

Sonbhadra News: यूपी-एमपी से लेकर झारखंड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा और राजस्थान तक फैले कोयला तस्करी के सिंडीकेट पर बड़ी कार्रवाई का यह कोई पहला मामला नहीं है। पिछले वर्ष जहां एसटीएफ की टीम ने अदलहाट में छापेमारी कर बड़े पैमाने पर ब्लैक डायमंड के तस्करी का खुलासा किया था। वहीं, वर्ष 2009 में पड़ी सीबीआई रेड ने दिल्ली तक हड़कंप की स्थिति पैदा कर दी थी। कई सफेदपोशों का नाम चर्चा में आया था वहां मौजूदा समय में बड़े ट्रांसपोर्टर के रूप में पहचाने जाने वाले कई चेहरों को जेल की हवा खानी पड़ी थी। बावजूद जहां, महज छह साल बाद ही, कोयला तस्करी के इस गिरोह ने न केवल फिर से यूपी-एमपी सीमा एरिया स्थित ऊर्जांचल में अपनी जड़ें जमा लीं बल्कि जगह-जगह अवैध डिपो खोलकर कोयले की तस्करी शुरू कर दी।

अदलहाल में छापेमारी में सामने आया था नया गिरोह

वर्ष 2009 में सीबीआई की तरफ से छापेमारी कर, कोयला तस्करी गिरोह की कमर तोड़ दी गई थी। उसके छह साल बाद गिरोह से ही जुड़े कुछ लोगों ने नए तरीके से गिरोह की जड़ें जमाई। 2020 का दौर-दौर आते-आते तेजी से कोयला तस्करी शुरू कर दी गई लेकिन इस गिरोह पर पुलिस की तीखी नजर तब पड़ी, जब पिछले वर्ष एसटीएफ की तरफ से अदलहाट में छापेमारी की गई थी। उस दौरान झारखंड के अभिषेक सिंह का नाम ई-ऑक्सन वाले कोयले के जरिए खनिज परिवहन में और कोयला लोडिंग में छत्तीसगढ़ के रहने वाले नारायण अग्रवाल और राज नायडू का नाम सामने आया था।

इसके बाद सोनभद्र पुलिस ने एक ही रात में फर्जी कागजात पर कोयला परिवहन करते डेढ़ दर्जन से अधिक ट्रकों को गिरफ्त में लेकर हड़कंप मचा दिया था। 19 लोग गिरफ्तार भी हुए थे लेकिन इसके बाद जहां अभिषेक सिंह फरार हो गया। वहीं, नारायण अग्रवाल ने कोयला चोरी से ही जुड़े मामले में छत्तीसगढ़ में सरेंडर कर खुद को यूपी पुलिस की गिरफ्त में आने से बचा लिया। वहीं राज नायडू अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर स्वयं को बचाए हुए था।

कई महीने बाद सामने आई पुलिस की बड़ी कार्रवाई तो मच गया हड़कंप

पिछले वर्ष छापेमारी-कार्रवाई को जहां लोग करीब-करीब भूल चुके थे। वहीं, कोयला तस्करी से जुड़े लोग भी नए तरीके से कोयला तस्करी में जुटे हुए थे। इस बीच रविवार की रात पुलिस की सामने आई कार्रवाई ने एक बार फिर से कोयला तस्करी से जुड़े लोगों में हड़कंप की स्थिति पैदा कर दी है। पुलिस के हत्थे चढ़े प्रभात कुमार सिंह को जहां अभिषेक सिंह का भतीजा बताया जा रहा है। वहीं, जिस गिरोह की कमान रिहंद राज नायडू द्वारा संभाली जा रही है। उस गिरोह की कमान वर्ष 2009 में हुई छापेमारी के पहले उसके पिता द्वारा संभाले जाने की बात लंबे समय तक सुर्खियों में रही थी।

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