Sonbhadra News:आदिवासी कन्याओं ने अयोध्या में लिए सात फेरे, विराट रूद्र महायज्ञ के समापन पर कराया गया सामूहिक विवाह
Sonbhadra News: अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद, सोनभद्र की आदिवासी कन्याओं द्वारा अयोध्या में सामूहिक रूप से सात फेरे लिए जाने का मामला सामने आया है।
Sonbhadra News: अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद, सोनभद्र की आदिवासी कन्याओं द्वारा अयोध्या में सामूहिक रूप से सात फेरे लिए जाने का मामला सामने आया है। यह आयोजन सोनभद्र के भिखारी बाबा की अगुवाई में मणिराम छावनी धर्म मंडप में आयोजित नौ दिवसीय विराट रुद्र महायज्ञ के समापन पर आयोजित किया गया। कार्यक्रम में कुल 10 जोड़े सदा के लिए एक दूजे के हो गए। श्री राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, महंत कमल नयन दास और बाबा हरजीत सिंह ने वर-वधुओं को उपहार और आशीर्वाद से नवाजा। वहीं, जड़ी बूटियों से बनी हवन सामग्री से आहुति देखकर यज्ञ की पूर्णाहुति की गई।
शादी समारोह में सबसे पहले भिखारी बाबा शंख बजाते हुए, वर पक्ष को लेकर हनुमान गढ़ी दर्शन पहुंचे। वहां दर्शन करने के बाद बारातियों को विवाह मंडप में लाया गया। दिल्ली से आए माहिप त्रिनेत्र और उनके साथ के लोगों ने कन्याओं का भाई बनकर फूल-माला से बारातियों का स्वागत किया। जयमाल की रस्म के साथ ही विवाह से जुड़ी अन्य रस्में निभाई गई। इस दौरान पूरा परिसर श्रीराम के जयकारे से गूंजता रहा।
महंत नृत्य गोपाल दास महाराज, महंत कमल नयन दास महाराज और बाबा हरजीत सिंह ने उपहार देकर वर-वधुओं को सुखी दांपत्य जीवन का आशीर्वाद दिया। शिव शक्ति महिला मंडल की संरक्षक सुशीला पाठक ने सभी वधुओं को रामनामी शाल भेंट की। महीप त्रिनेत्र, विमला देवी, कृष्णावती, बिरजू दास, आशा देवी, कालो देवी, परमानंद आदि ने भी नव दंपति को उपहार भेंट किए। आचार्य गोपाल धर द्विवेदी ,राधाकृष्ण तिवारी, हरीओम धर द्विवेदी, राजेश तिवारी, योगेश तिवारी, रेवती तिवारी एवं राजेश कुमार पाठक द्वारा वैदिक रीति से वेद मंत्रों द्वारा विराट रूद्र महायज्ञ एवं अन्य कार्यक्रम संपन्न कराया गया।
इन कन्याओं का कराया गया सामूहिक विवाह
कार्यक्रम के आयोजक व संयोजक भिक्षुक भिखारी जंगली दास दीनबंधु रमाशंकर गिरी महाराज ने बताया कि अयोध्या में 10 आदिवासी कन्याओं (तनीषा संग संदीप, सोनम संग अमरजीत , फुलवंती संग छोटेलाल, सुनीता संग आदित्य, कलवंती संग रामसागर, ममता संग शर्त कुमार, मुन्नी संग सुरेंद्र, अनिता संग सूरज, सरस्वती संग आशीष कुमार, गोलरी संग कुंवर बाबू) की शादी कराई गई। एक जोड़ा अयोध्या नहीं पहुंच पाया जिसकी शादी सोनभद्र के रामगढ़ स्थित भिखारी बाबा के आश्रम में कराई गई। राजेश कुमार पाठक, उनकी धर्मपत्नी सुशीला पाठक, बिरजू दास, उनकी धर्मपत्नी आशा देवी, वासु त्यागी, रामकृपाल, उनकी धर्मपत्नी चिरौजी, अश्वनी तिवारी, गीता तिवारी, भावना तिवारी, आद्या तिवारी, इदिका तिवारी, ओंकार नाथ दुबे, शशिकला दुबे, सरिता सिंह, बृजेश, धनंजय, विमला देवी, कृष्णावती, शालिग्राम साहू, लालजी साहू, संतोष साहू, प्रभुनाथ गुप्ता ने आयोजन में अहम भूमिका निभाई। राम खेलावन, श्याम बिहारी, प्रहलाद, रामवृक्ष, हरिचंद, प्रभु नारायण, राजेंद्र, अभय, रामप्यारे, सुखराम, शेरू आदि की भी मौजूदगी बनी रही।