Lucknow: अक्टूबर में चलेगा संचारी रोग अभियान, डिप्टी CMO डॉ. मिलिंद बोले- 'बारिश को देखते हुए अभियान महत्वपूर्ण'

Lucknow News Today: संचारी रोगों पर नियंत्रण के लिए पूरे अक्टूबर माह में विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान चलाया जायेगा।

Report :  Shashwat Mishra
Update:2022-09-22 21:20 IST

संचारी रोग अभियान। (Social Media)

Lucknow News: संचारी रोगों पर नियंत्रण के लिए पूरे अक्टूबर माह में विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान चलाया जायेगा। अभियान से पहले ऑनलाइन माध्यम से अन्तर्विभागीय बैठक आयोजित की गई। अभियान में 12 विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य कर संचारी रोगों पर नियंत्रण के लिए गतिविधियां आयोजित करेंगे।

विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत ब्रहस्पतिवार को पहली अन्तर्विभागीय बैठक ऑनलाइन माध्यम से आयोजित की गई है। इसमें स्वास्थ्य विभाग (Health Department) के साथ ही बाल विकास, नगर विकास, पंचायती राज, पशुपालन, शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा, दिव्यांगजन सशक्तिकरण, कृषि एवं सिंचाई, उद्यान विभाग और सूचना विभाग के अधिकारी व कर्मचारी शामिल हुए। कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.के. चौधरी के निर्देशन में बैठक संचालित की गई।

'सभी विभाग माइक्रोप्लान बनाकर प्लान साझा करेंगे'

संचारी रोग के नोडल अधिकारी डॉ. संदीप सिंह ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि अभियान से पहले सभी विभाग अपना माइक्रोप्लान बनाकर साझा करेंगे। विभागों के कार्यों की पूर्ण रिपोर्टिंग होगी, अभियान के बीच दूसरी बैठक में अपने-अपने विभाग द्वारा किये कार्यों पीपीटी के माध्यम से जानकारी देंगे। उन्होंने कहा कि अभियान में सहयोगी संस्था डब्ल्यू.एच.ओ., पाथ-सी.एच.आर.आई. और यूनिसेफ आदि सहयोग कर रहे हैं। इनके सहयोग से सभी विभागों के कार्यों की मॉनिटरिंग भी की जाएगी।

'बारिश को देखते हुए अभियान महत्वपूर्ण'

जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. मिलिंद वर्धन ने विभागों के सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि यह अभियान साल में तीन बार आयोजित किया जाता है। बरसात को देखते हुए इस बार का अभियान बहुत महत्वपूर्ण है, संचारी रोग बरसात में बढ़ जाते हैं। उन्होंने कहा कि मरीज़ में लक्षण देखते हुए उसकी जांच और उपचार मिलना बहुत आवश्यक है। इसलिए सभी इस पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने बताया कि कृषि विभाग द्वारा मच्छर रोधी पौधे लगाये जाते हैं। इन पौधों और लैमन ग्रास आदि में ऐसे तैलीय द्रव्य होते है, जिससे मच्छर पास नहीं आते हैं। उन्होंने बताया कि लैप्टोस्पायरोसिस पशुओं के मूत्र से फैलने वाला रोग है। इसके लक्षण डेंगू, मलेरिया जैसे ही होते हैं, उचित उपचार के अभाव में यह रोग जटिल बन जाता है।

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