HC: गर्मी की छुट्टियों में पहली बार बैठेंगी विशेष अदालतें, मुकदमे निपटाने और न्याय पर होगा जोर
इलाहाबाद हाईकोर्ट के घोषित कार्यक्रम के अनुसार काम का बोझ कम करने की योजना के तहत ग्रीष्मकालीन छुट्टी में विशेष अदालतें बैठेंगी। पहले से अधिसूचित मामलों की सुनवाई के लिए 20 से 22 अदालतें अतिरिक्त बैठेंगी जो मुकदमों का निस्तारण करेंगी।
इलाहाबाद: मुकदमों का बोझ कम करने के लिए गर्मियों की छुट्टियों के दौरान इलाहाबाद हाईकोर्ट में पहली बार विशेष अदालतें बैठेंगी। इन अतिरिक्त अदालतों की संख्या 20 से 22 हो सकती है। इसके साथ ही मुख्य न्यायाधीश डीबी भोसले के निर्देश पर आवश्यक मामलों की सुनवाई के लिए हर वर्ष की तरह ग्रीष्मकालीन अदालतों का कार्यक्रम भी घोषित कर दिया गया। हाईकोर्ट में एक जून से एक माह की ग्रीष्मकालीन छुट्टियां होती हैं।
प्राथमिकता पर कैदी
इलाहाबाद हाईकोर्ट के घोषित कार्यक्रम के अनुसार काम का बोझ कम करने की योजना के तहत ग्रीष्मकालीन छुट्टी में विशेष अदालतें बैठेंगी। पहले से अधिसूचित मामलों की सुनवाई के लिए 20 से 22 अदालतें अतिरिक्त बैठेंगी जो मुकदमों का निस्तारण करेंगी। विशेष अदालतें आपराधिक मामलों के अलावा सिविल मामले भी निपटाएंगी। आपराधिक मामलो में खासतौर पर जेलों में बंद कैदियों की अपीलों व उनकी जमानत अर्जियों को तरजीह दी जाएगी।
पारिवारिक झगड़े, बीमा भुगतान विवाद जैसे छोटे-मोटे सिविल मामले तथा अर्थहीन हो चुके मामलों को सुनवाई के लिए लगाया जाएगा। विशेष अदालतें पूरे एक माह तक बैठेंगी। मुख्य न्यायाधीश का जोर मुकदमों के बोझ कम करने के अलावा जेलों में बंद कैदियों को न्याय देने पर है। अदालतों में लंबित मामलों की ज्यादा संख्या को देखते हुए हाईकोर्ट ने यह फैसला किया है।