शिक्षक घर से देंगे वेतन: यूपी के फर्जी अध्यापकों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू

महानिदेशक, बेसिक शिक्षा विजय किरन आनंद ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी करने के दोषी 105 बर्खास्त शिक्षकों से वेतन के मद में लिए गए धन की रिकवरी का आदेश मैनपुरी के बीएसए को दिया है।

Update: 2020-01-06 10:00 GMT

लखनऊ: बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी पाने वाले शिक्षकों से वेतन की रिकवरी शुरू हो गई है। विभाग ने कई जिलों में फर्जी डिग्री वाले शिक्षकों को नौकरी से हटाने और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के बाद अब ऐसे शिक्षकों से उनके द्वारा लिए गये वेतन की रिकवरी भी शुरू कर दी है। इस सिलसिले में पहली वसूली के लिए मैनपुरी के बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र भेजा जा चुका है।

महानिदेशक, बेसिक शिक्षा विजय किरन आनंद ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी करने के दोषी 105 बर्खास्त शिक्षकों से वेतन के मद में लिए गए धन की रिकवरी का आदेश मैनपुरी के बीएसए को दिया है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि मैनपुरी के बाद अब अन्य जिन जिलों में भी फर्जी शिक्षक बर्खास्त किए गये है, वहां रिकवरी की कार्रवाई की जायेगी।

शासन के निर्देश पर एसआईटी की जांच चल रही थी

मैनपुरी के बेेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह ने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी हासिल करने वाले शिक्षकों के खिलाफ शासन के निर्देश पर एसआईटी की जांच चल रही थी। उन्होंने बताया कि एसआईटी की जांच में मैनपुरी जिले के 74 शिक्षकों को फर्जी घोषित किया है। उन्होंने बताया कि एसआईटी द्वारा फर्जी घोषित किए गए सभी 74 शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। इसके साथ ही सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को इन सभी फर्जी शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया गया है तथा विभाग के लेखाधिकारी को इन फर्जी शिक्षकों द्वारा अब तक आहरित किए गए वेतन की गणना करने और रिकवरी कराने के निर्देश दिए गए है।

41 शिक्षकों ने अपनी मार्कशीट में छेड़छाड़ करके नंबर बढ़ा लिए थे

गौरतलब है कि इन 74 शिक्षकों की डिग्री आगरा के डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय की है। इनमे से अधिकतर की डिग्री फर्जी पाई गयी तो कुछ शिक्षकों ने अपनी मार्कशीट के साथ छेड़छाड़ करके अंकों में फेरबदल किया है। एसआईटी की जांच में सामने आया कि ज्यादातर शिक्षकों ने फर्जी तरीके से अपने अंक पत्रों में फेरबदल करके अंक बढ़वा लिए तो कई ने बीएड कीे फर्जी मार्कशीट लगा दी। एसआईटी की जांच में आगे पता चला कि इन 74 शिक्षकों में 33 लोगों के बीएड की मार्कशीट ही फर्जी हैं, जबकि 41 शिक्षकों ने अपनी मार्कशीट में छेड़छाड़ करके नंबर बढ़ा लिए थे।

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