क्लोन चेक बनाकर बैंक से करते थे ठगी, 5 जालसाजों को STF ने किया अरेस्ट

Update: 2016-03-14 17:25 GMT

लखनऊ: बैंक अकाउंट के चेक की क्लोनिंग करके लोगों को लाखों का चूना लगाने वाले गैंग का पर्दाफास करते हुए एसटीएफ ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पकडे़ गए युवकों के पास से भारी मात्रा में एटीएम डेबिट और क्रेडिट कार्ड के अलावा मोहरें और कई चेकबुक और उसकी डुप्लीकेट कॉपी मिलीं हैं।

ऐसे करते थे जालसाजी

-जालसाज बैंक में जाकर वहां पर ग्राहंकों द्वारा रुपए निकालते समय उनके चेक की फोटो ले लेते थे।

-इसके बाद बैंक के कॉल सेंटर से उस खाते के बारे में जानकारी प्राप्त करते।

-इसके बाद उन चेकों की फोटो के माध्यम से नया क्लोन चेक बना लेते थे।

गिरोह का मास्टर माइंड

कोरल ड्रा साॅफ्टवेयर का करते थे उपयोग

-क्लोन चेक तैयार करने के लिए कोरल ड्रा साॅफ्टवेयर का उपयोग करते थे।

-उसके बाद उसी खाताधारक के बैंक अकाउन्ट का स्टेटमेंट निकलवाते।

-इसके लिए वह बैंक में खाताधारक के नाम से फर्जी हस्ताक्षर से आवेदन कर खाता की डिटेल लेते।

-फिर उसी बैंक की किसी भी शाखा में नया खाता खुलवाते।

-खाताधारक के बैंक अकाउन्ट से संबंधित पास-बुक, चैक-बुक और एटीएम कार्ड प्राप्त कर लेते।

-बैंक से प्राप्त चैक-बुक में खाताधारक के नाम, एकाउन्ट नम्बर व MICR नंबर केमिकल लगाकर मिटा देते थे।

-इसके बाद प्रिंटर की सहायता से उस पर प्रयोग किए चैकों के खाताधारक के नाम, एकाउन्ट नम्बर व MICR कोड लिख कर क्लोन चैक तैयार करते।

-फर्जी हस्ताक्षर करके किसी भी बैंक में चेक लगाकर रुपए अपने खाते में ट्रांसफर करवा लेते थे, जिसे बाद में निकाल लेते थे।

एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक मोहम्मद शाहाब राशिद ने बताया...

-इस गैंग का मास्टर माइंड कुश द्धिवेदी पुत्र रामकुमार द्धिवेदी रामसनेही घाट जनपद फैजाबाद का रहने वाला है।

-उसके अलावा वीरेन्द्र यादव, जितेन्द्र प्रताप, रामजस रावत, संजय गुप्ता सभी फैजाबाद के रहने वाले हैं।

जालसाजों के पास से बरामद

उनके पास से 5 बैंकों के डेबिट कार्ड, एक लैपटॉप, एक मुहर (GOLD LINE RESIDNCY WELFARE SOCIETY), अलग-अलग बैंकों के 14 चेक एवं 40 बैंक चेकों की डुप्लीकेट कॉपी के अलावा दो मोबाइल बरामद हुए हैं।

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