लखनऊ: यूपी विधानसभा का ग्रीष्मकालीन सत्र कल यानि सोमवार (15 मई) से शुरू हो रहा है। इसके ठीक पहले आज (14 मई) को सदन को सुचारू रूप से चलाने को लेकर सर्वदलीय बैठक हुई।
अखिलेश यादव ने सपा मुख्यालय में विधानमंडल दल की बैठक की। बैठक में सपा ने सरकार को घेरने की रणनीति बनाई। बताया जा रहा है, कि सपा किसान कर्ज माफी और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को घेरेगी।
विधानसभा अध्यक्ष सहित कई मौजूद
कार्यमंत्रणा समिति की बैठक हुई। इसमें विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित के अलावा, संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, सपा विधानमंडल दल के नेता राम गोविंद चौधरी और कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू भी मौजूद थे।
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सुरक्षा बैठक भी हुई
दूसरी तरफ, विधानसभा सत्र को लेकर सुरक्षा बैठक भी हुई। डीजीपी सुलखान सिंह, एडीजी कानून-व्यवस्था आदित्य मिश्रा बैठक में रहे मौजूद। इसमें सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा हुई। विधानसभाध्यक्ष ने अधिकारियों को पुख्ता सुरक्षा के निर्देश दिए।
कांग्रेस अपना पक्ष मजबूती से रखेगी
कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार 'लल्लू' ने कहा, कि 'आज सत्र के पहले विपक्ष के साथ चर्चा औपचारिकता है। सरकार के 50 दिन पूरे हो रहे हैं। पर सरकार कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर फेल हो रही है। किसान के कर्ज माफी के नाम पर सरकार ने सिर्फ दिखावा किया है। सदन में कांग्रेस अपना पक्ष मजबूती से रखेगी।'
बसपा विधानमंडल दल की बैठक शाम 7 बजे
बसपा विधानमंडल दल की बैठक रविवार शाम सात बजे बुलाई गई है। इसमें सरकार को घेरने की रणनीति तय होगी। बसपा किसानों की समस्या, कानून-व्यवस्था और अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के उत्पीड़न को लेकर सरकार पर हमला करेगी।
सदन धरना, आंदोलन का मंच नहीं : सुरेश खन्ना
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना का कहना है कि सर्वदलीय बैठक में सभी दलों से सदन चलाने में सहयोग की अपेक्षा की गई है। सदन चलाने की सत्ता पक्ष के साथ सभी दलों की होती है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने सदन ज्यादा से ज्यादा चलाने पर जोर दिया है। सदन में चर्चा होनी चाहिए। यह गवर्नेंस के लिए अच्छा होगा। सदन धरना, आंदोलन का मंच नहीं है। इसलिए सबसे सहयोग मांगा गया है। कल राज्यपाल का अभिभाषण होगा। इसके बाद जीएसटी बिल पास कराया जाएगा।
यूपी विधान परिषद का प्रस्तावित कार्यक्रम:
-15 मई को 11 बजे विधानमंडल के दोनों सदनों के समक्ष राज्यपाल का अभिभाषण।
-12.30 बजे राज्यपाल के अभिभाषण को पढ़कर सुनाया जाएगा।
-औपचारिक कार्य होंगे, अध्यादेशों, अभिसूचनाओं को सदन के पटल पर रखा जाएगा।
-16 मई को निधन के निर्देश।
-17 मई को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा।
-18 मई को असरकारी दिवस।
-19 मई को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा।
-20 व 21 मई को बैठक नहीं होगी।
-22 मई को विधायी कार्य होंगे।