गम के पर्व मोहर्रम में दिखा 'सर्जिकल स्ट्राइक', ताजिया में मुस्लिम भाइयों ने लहराया तिरंगा
वाराणसीः गम के पर्व मोहर्रम पर निकलने वाले ताजिये के जूलूस में भी सर्जिकल स्ट्राइक का असर दिखा। गंगा जमुनी तहजीब के लिए मशहूर धर्म नगरी में ताजिया के जुलुस मे मुस्लिम भाइयोंं ने भी देश के प्रति अपने जज्बे को दिखाया। मुस्लिम भाइयोंं ने तिरंगे को हाथ में लेकर विश्व को शान्ति का सन्देश दिया।
भीगी आंंखों से शहीदों को नमन करते हुए पाकिस्तान को उसकी नापाक हरकतों के लिए चेतावनी भी दिया और कहा "मुकम्मल है इबादत वतन में मैं इमान रखता हूं , क्यों पढ़ते हो मेरी आंंखों में नक्शा पाकिस्तान का, मुसलमान हूंं सच्चा, दिल में हिंदुस्तान रखता हूंं।"
शहर के मडुवाडीह स्थित दरगाह शरीफ से "या हुसैन" की गूंजती सदाओं के साथ जब ताजियादारों ने ताजिया निकाला तो सभी की आंंखेंं नम हो गईं। कर्बला को याद कर ताजियादारों ने तलवारबाजी करते हुए कंंधों पर ताजिया उठाकर और हाथों में तिरंगा लेकर शहर के विभिन्न क्षेत्रों से ताजिया को घुमाकर सिगरा स्थित फातमान पहुंंचाया। यहांं ताजिये को ठंडा करने की परंपरा का निर्वहन किया गया।
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इस दौरान जब ताजियादारों ने कहा कि हम वतन में अमन और शान्ति के लिए सबको सन्देश देना चाहते हैंं और जिस प्रकार से पाकिस्तान अपने नापाक इरादों के साथ हमारे जवान भाइयों पर धोखे से हमला कर रहा है तो हम पाक को ये बताना चाहते हैंं कि अभी भी समय है सुधर जाओ वर्ना नेस्तानाबूत कर दिए जाओगे। देश का हर मुसलमान अपने फौजी भाइयों के साथ खड़ा है और जरूरत पड़ी तो हाथों बंदूक लेकर बॉॉर्डर पर जाने को भी तैयार है।
वहीँ कुछ ताजियादारों ने पाक को अपनी चेतावनी देते हुए यह भी कहा कि हमारे देश पर जो भी बुरी नजर उठाकर देखेगा उसे देश का मुसलमान बख्शेगा नहींं। ताजिया जुलूस में शामिल मुसलमानों ने कहा कि अगर भारत है, तो हम भी हैं, मुहर्रम हैे।
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