Mirzapur News: मरीज रेफर होगा बंद, तीन डॉक्टरों की टीम प्रशिक्षण के लिए जा रही एम्स
Mirzapur News: मिर्ज़ापुर के मंडलीय अस्पताल में अब मरीजों को रेफर कर देने का रिवाज खत्म होगा। इमरजेंसी में मरीजों का कैसे इलाज हो, डॉक्टरों को दिल्ली के एम्स में ट्रेनिंग दी जाएगी
Mirzapur News: मिर्ज़ापुर के मंडलीय अस्पताल में अब मरीजों को रेफर कर देने का रिवाज खत्म होगा। अस्पताल के इमरजेंसी में मरीजों का कैसे इलाज कराया जाए इसके लिए डॉक्टरों को दिल्ली के एम्स में ट्रेनिंग दी जाएगी। मिर्ज़ापुर जिले में दो डॉक्टर व एक स्टॉप नर्स को दिल्ली के एम्स में ट्रेनिंग के लिए चयनित किया गया है। जनपद में अभी तक मरीजों को इलाज के नाम पर ट्रामा सेंटर रेफर या फिर हायर सेंटर रेफर करने की परंपरा है, जहां इमरजेंसी के बेहतर उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने पहल की है।
दिल्ली के एम्स में 5 दिनों तक चलेगी ट्रेनिंग
मिर्ज़ापुर जिले के मंडलीय अस्पताल में प्रतिदिन ओपीडी में एक हजार से अधिक मरीज और इमरजेंसी में भी पांच सौ से अधिक मरीज आते है। इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को प्राइमरी इलाज के बाद हायर सेंटर के लिये रेफर कर दिया जाता था। रेफर कर देने की वजह से हायर सेंटर पहुंचने से पहले ही मरीज की मौत हो जाती थी। ऐसे में इमरजेंसी में मरीजों को ट्रीट करने और मैनेज करने के लिए मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर आरबी कमल ने पहल की है।
इमरजेंसी में मरीजों को ट्रीट करने के लिए दो डॉक्टर और एक स्टॉप नर्स को चयनित किया गया है, जहां दिल्ली के एम्स में जाकर इमरजेंसी में मरीजों का उपचार कैसे किया जाए और किस कंडीशन में रेफर किया जाए, इसको लेकर सिखाया जाएगा। एम्स में चलने वाली ट्रेनिंग 4 दिसम्बर से 9 दिसम्बर तक चलेगी। जिले में चिकित्सा अनुभाग से डॉक्टर दिलीप चौरसिया, डॉक्टर सुनील कुमार सिंह व स्टॉप नर्स शशि प्रभा ट्रेनिंग के लिए एम्स जाएगी।
प्राचार्य ने कहा, रेफर पर लगायी जायेगी रोक
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ आरबी कमल ने बताया कि प्रदेश सरकार की तरफ से पुराने मेडिकल कॉलेज, नए मेडिकल कॉलेज के साथ सभी चिकित्सालयों में इमरजेंसी मैनेजमेंट को बेहतर बनाने को लेकर दिल्ली में स्थित एम्स में ट्रेनिंग दी जाएगी। पहले क्या होता था कि मरीजों को प्राइमरी उपचार के बाद रेफर कर दिया जाता था, हालांकि मिर्ज़ापुर में डेंगू के प्रकोप में बेहतर मैनेजमेंट करके मरीजों का उपचार किया गया है।
जहां कैपिसिटी से ज्यादा मरीजों को भर्ती करके उपचार किया गया है और रेफर केसेस भी बहुत ही कम बराबर है। दिल्ली के एम्स में ट्रेनिंग के लिए चिकित्सा अनुभाग से दो डॉक्टर और एक स्टॉप नर्स को दिल्ली एम्स में ट्रेनिंग कोर्स के लिए सलेक्ट किया गया है। डॉक्टरों को इमरजेंसी में मरीजों को ट्रीट करने के साथ, मैनेज करने और किन परिस्थितियों में रेफर किया जाए इसको लेकर ट्रेनिंग दी जाएगी।