UP News: अतीक अहमद के इलाके में आतंकी रिजवान का ठिकाना, आजमगढ़ के बाद अब प्रयागराज से सामने आया कन्केशन

UP News: रिजवान अशरफ गाजियाबाद के आईटी कॉलेज से बीटेक करने के बाद अपने जीवन का ट्रैक बदल लिया। इस्लामिक कट्टरपंथ के संपर्क में आने के बाद वह मौलाना बन गया और प्रयागराज के चकिया इलाके में रहने लगा।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2023-10-05 04:32 GMT

Terrorist mohammad rizwan ashraf  (photo: social media )

UP News: दिल्ली में गिरफ्तार इस्लामिक स्टेट के तीन आतंकियों में से एक मोहम्मद रिजवान अशरफ को लेकर खुलासों का दौर जारी है। जैसे-जैसे उसके खिलाफ जांच आगे बढ़ रही है, चौंकाने वाली जानकारियां सामने आ रही हैं। आतंकी रिजवान का आजमगढ़ से कनेक्शन पहले ही सामने आ चुका है, जहां उसने तालीम हासिल की थी। अब सुरक्षा एजेंसियों को पता चला है कि वह मौलाना बनकर प्रयागराज में भी सक्रिय था। उसका ठिकाना दिवंगत कुख्यात माफिया अतीक अहमद का इलाका चकिया था।

खबरों के मुताबिक, रिजवान अशरफ गाजियाबाद के आईटी कॉलेज से बीटेक करने के बाद अपने जीवन का ट्रैक बदल लिया। इस्लामिक कट्टरपंथ के संपर्क में आने के बाद वह मौलाना बन गया और प्रयागराज के चकिया इलाके में रहने लगा। मौलाना होने के कारण उसकी काफी पूछ रहती थी और युवा होने के कारण उसे अपने उम्र के लोगों के बीच भी अच्छी पैठ थी। ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों को इस बात की आशंका है कि कहीं उसने प्रयागराज के कुछ अन्य युवाओं का ब्रेनवॉश कर आतंक की राह पर नहीं ले आया।

दिल्ली पुलिस लगातार उससे इस संबंध में पूछताछ कर रही है। प्रयागराज के जिस इलाके में आतंकी रिजवान रह रहा था, वहां वह किस – किस के संपर्क में था। इसका पता लगाया जा रहा है। उसके नेटवर्क से जुड़े प्रयागराज के करीब आधा दर्जन युवा एजेंसियों के शक के दायरे में हैं। इसके अलावा रिजवान का कनेक्शन नैनी से भी सामने आया है। दिल्ली पुलिस यूपी पुलिस से मदद लेकर वहां से भी जानकारियां इकट्ठा करने में जुटी हैं। करेला निवासी आतंकी जीशान से भी उसके संपर्क को खंगाला जा रहा है, जिसे सितंबर 2021 में गिरफ्तार किया गया था।

आजमगढ़ में रहा था 8 साल

इससे पहले इस्लामिक स्टेट के आतंकी मोहम्मद रिजवान अशरफ का आजमगढ़ से संबंध सामने आया था, जहां उसने 8 साल गुजारे थे। इसके बाद से आजमगढ़ एकबार फिर से सुर्खियों में है क्योंकि यहां पहले भी आतंकी पकडे गए हैं। फतेहपुर जिले के खैलदार मोहल्ला का रहने वाला मोहम्मद रिजवान साल 2001 में आजमगढ़ आया था। वह आठ साल तक यानी 2008 तक यहां रहा और जिले के बिलरियागंज के मदरसा फलहा से तालीम हासिल की।

2008 में अरबी में अलीमियात की शिक्षा पूरी कर उसने गाजियाबाद से बीटेक किया। अरबी में अलीमियात को इंटर के समकक्ष माना जाता है। ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि आजमगढ़ के भी लोग इसके आतंकी नेटवर्क में शामिल हो सकते हैं। एनआईए इसकी जांच करने में जुट गई है।

सऊदी अरब में हुई थी पैदाइश

रिजवान अशरफ एक अच्छे परिवार से आता है। उसके पिता मोहम्मद नजीफ अशरफ सऊदी अरब की शिपिंग कंपनी में क्लर्क का काम करते हैं, जबकि मां शमा अशरफ गृहिणी हैं। उसका जन्म सऊदी अरब के जेद्दा में हुआ था। उसका निकाह हो चुका है। रिजवान पाकिस्तानी हैंडलर के जरिए आईएसआईएस के संपर्क में आया था। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, रिजवान आतंकी शहनवाज के साथ अयोध्या और दिल्ली में आगामी त्योहार के मौके पर बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की साजिश रच रहा था।

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