सरकारी कर्मचारी की लापरवाही पड़ी भारी, जीते जी शख्स को मार दिया
तस्वीर में दिखने वाला ये शख्स सरकारी दस्तावेज में मर चुका है। ऐसा अमेठी के राजस्वमुक्त कर्मी ने किया है। लेकिन सच्चाई ये है के उक्त शख्स अभी जिंदा है। उसने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है।
अमेठी: तस्वीर में दिखने वाला ये शख्स सरकारी दस्तावेज में मर चुका है। ऐसा अमेठी के राजस्वमुक्त कर्मी ने किया है। लेकिन सच्चाई ये है के उक्त शख्स अभी जिंदा है। उसने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है।
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मामला केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी के जामो गांव का है। गांव निवासी माताफेर पुत्र माता बदल अभी जिंदा हैं। लेकिन लेखपाल राधिका प्रसाद मिश्र ने इन्हें सरकारी दस्तावेज में मृत दिखा रखा है। हैरान करने वाली बात ये है कि गांव में माताफेर की आराजी थी, जिसका खाता संख्या 667 है।
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20 अप्रैल 2018 के एक आदेश पर लेखपाल ने रिपोर्ट लगाते हुए उक्त खाते की जमीन पर वरासत दूसरे के नाम चढ़ा दिया। सरकारी दस्तावेज खतौनी पर लिखा गया है कि 1425 फ० आदेश राजस्व निरीक्षक आर सी प्रपत्र 9 ख ता०फै० 20/4/ 20018 के आधार पर खाता संख्या 667 पर मृतक माता फेर के स्थान पर जगदेव सुत माता फेर व बुधराम व श्रीराम व राजकुमार सुत अवतार व श्रीमती गिरिजा पत्नी स्वर्गीय अवतार संतराम अमर चंद्र सुत राम अवध व श्रीमती रजपता पत्नी स्वर्गीय राम अवध निवासी गण का नाम वरास्तन दर्ज हो आदेश 1/8 /2018 को हुआ और इन लोगों के नाम जमीन दर्ज हो गई।
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इसके बाद से जीवित माताफेर जीते जी मार डाला गया। बख़ूबी अंदाजा लगाया जा सकता है के किस तरह योगी राज में भ्रष्ट्राचार हो रहा। उधर आदेश के बाद से पीड़ित प्रधानमंत्री योजना अंतर्गत मिलने वाली धनराशि किसान सम्मान निधि नहीं मिल पा रहा है। कई बार तहसील जाकर लेखपाल से मिला लेकिन बात अनसुनी कर दी गई। अब माताफेर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, एसपी अमेठी और डीएम अमेठी को पत्र लिखकर इंसाफ की गुहार लगाया है।