देश को स्वतंत्रता दिलाने में वकीलों का महत्वपूर्ण योगदान: राम नाईक

उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज गांधी भवन प्रेक्षागृह में अधिवक्ता जन सेवा संस्थान द्वारा आयोजित 31वें स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन किया। इस अवसर पर श्रम एवं सेवा योजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, राज्य लोक सेवा अधिकरण के अध्यक्ष न्यायमूर्ति सुधीर कुमार सक्सेना, संस्थान के अध्यक्ष अजीत कुमार व बड़ी संख्या में अधिवक्तागण उपस्थित थे।

Update: 2019-02-05 16:03 GMT

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज गांधी भवन प्रेक्षागृह में अधिवक्ता जन सेवा संस्थान द्वारा आयोजित 31वें स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन किया। इस अवसर पर श्रम एवं सेवा योजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, राज्य लोक सेवा अधिकरण के अध्यक्ष न्यायमूर्ति सुधीर कुमार सक्सेना, संस्थान के अध्यक्ष अजीत कुमार व बड़ी संख्या में अधिवक्तागण उपस्थित थे।

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राज्यपाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जनतंत्र के तीन स्तम्भ विधायिका, कार्यपालिक और न्यायपालिका हैं। अधिवक्तागण न्यायपालिका के घटक हैं तथा समाज के न्यासी हैं। देश को स्वतंत्रता दिलाने में वकीलों का महत्वपूर्ण योगदान है, वास्तव में उनका सहयोग अपने आप में एक अध्याय है। अधिवक्ता जन सेवा संस्थान से छात्र और युवा वर्ग जुड़ा है, इसलिए संस्थान युवा वर्ग को देश की पूंजी मानकर उनको आगे बढ़ाने का काम करे। उन्होंने कहा कि सामुदायिक तौर पर काम करने के निश्चित रूप से अच्छे परिणाम होते हैं।

श्री नाईक ने कहा कि स्थापना दिवस का अवसर संस्था के लिए सिंहावलोकन की प्रेरणा देता है। 31 वर्षों से संस्थान द्वारा निरन्तर समाज सेवा का कार्य किया जा रहा है। संस्था द्वारा ‘सबका साथ सबका विकास’ की धारणा से वंचित लोगों को सहायता देने का कार्य अभिनन्दनीय है। जन-जन तक ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की संस्कृति को पहंुचाये। उन्होंने कहा कि अपने व्यवसाय की गरिमा को बनाये रखते हुए जनसेवा के कार्यों के माध्यम से समाज, प्रदेश एवं देश को आगे बढ़ाने में योगदान करें।

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न्यायमूर्ति सुधीर सक्सेना अध्यक्ष राज्य लोक सेवा अधिकरण ने कहा कि अधिवक्ता जन सेवा संस्थान के लक्ष्य सराहनीय हैं। अधिवक्ताओं को कड़ा परिश्रम और संघर्ष करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता जरूरतमंदों को निःशुल्क कानूनी सलाह देने में सहयोग दें।

श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने अधिवक्ताओं की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि महात्मा गांधी, पं0 नेहरू, सरदार बल्लभ भाई पटेल और बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर जैसे अनेक वकीलों ने स्वतंत्रता संग्राम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था। समाज को आप से बहुत अपेक्षाएं हैं। न्याय का पक्ष मजबूती से रखना वकीलों का दायित्य है। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता समाज का एक प्रबुद्ध वर्ग है।

उधर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ जाकर समाजवादी पार्टी के विधायक सुभाष पासी का हालचाल लिया तथा उनके परिजनों से बात भी की। राज्यपाल ने चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एम.एलबी भट्ट से भी वार्ता की और विधायक सुभाष पासी के चिकित्सीय देखभाल के लिए उचित दिशा-निर्देश भी दिया। सुभाष गाजीपुर के सैदपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।

उल्लेखनीय है कि आज सदन में जब राज्यपाल दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन को सम्बोधित कर रहे थे, तो सुभाष पासी विधायक सदन में मूर्छित होकर गिर गये थे। सुभाष को इलाज के लिए किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। नाईक ने विधायक के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।

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