हरदोई: शाहाबाद का बिजली विभाग एक बार फिर चर्चा में है। मुर्दे के ऊपर एफआईआर दर्ज कराए जाने के बाद विभाग का नया कारनामा सामने आया है। अब डेढ़ दर्जन ग्रामीणों के बिना बिजली के ही बिल आ गए। बिल देखकर ग्रामीण परेशान हो गए और आनन फानन में मुख्यालय जाकर पूरे मामले की शिकायत जिलाधिकारी से की गई है।
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क्या है पूरा मामला
ग्राम अब्दुल्लापुर में भारत सरकार की योजना के तहत वर्ष 2009 में पूरे गांव में विद्युतीकरण कराया गया था। जिसमें गांव में बिजली के पोल लगाए गए थे। उसी समय गांव के हरिराम, मिट्ठू लाल, वीरपाल, रामेश्वर, छोटेलाल, धनीराम,आशाराम, श्याम प्रकाश, खुशीराम, गंगाराम, राम लड़ैते, इंद्रपाल,सूबेदार व रमाकांत आदि ने बीपीएल कार्ड के माध्यम से अपने अपने विद्युत कनेक्शन करवाए थे। तब इन लोगों को बिजली अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिया गया था कि शीघ्र बिजली चालू कर दी जाएगी।
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28 हजार रुपये के आए बिल
ग्रामीणों का आरोप है कि वर्ष 2009 से अब तक गांव में बिजली नहीं आई है। केवल पोल खड़े हुए हैं तार भी चढ़े है और खम्भे टूट भी गए। इसकी शिकायत कई बार विद्युत अधिकारियों से की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इधर इन सभी विद्युत कनेक्शन धारकों के 28-28 हजार रुपये के बिल आ गए, जिसे देखकर यह ग्रामीण दंग रह गए।
इन लोगों का कहना है कि जब गांव में बिजली अभी तक नहीं आ पाई है तो फिर यह बिल कैसे आ गए? आनन फानन में ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी से मिलकर की और त्वरित कार्रवाई किए जाने की मांग की। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता विद्युत को जांच कर कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए हैं। फिलहाल पूरे मामले की जांच उपखंड अधिकारी प्रथम को सौंपी गई है।