लखनऊ:320 साल बाद लगे सूर्य ग्रहण को लेकर लोगों में एक दिन पहले से ही रोमांच था। लखनऊवासियों में इस बात को लेकर एक्साइटमेंट था कि उजाला देने वाला सूर्य अगर एक पल के लिए भी ओझल हो जाए तो कैसा नजारा देखने को मिलेगा। बहुत से स्कूली बच्चों का कहना था कि वे पहली बार सूर्य को आंखों से ओझल होते देखेंगे। वही कुछ महिलाओं ने कहा कि हमने सूर्य ग्रहण पहले भी देखा है। उस समय भी उत्सुकता थी जैसी आज है।
लोगों ने ग्रहण को देखने के लिए खास तैयारी की थी ।ग्रहण के दिन क्या करना है। कब नहाना, कब पूजा करना और दान करना है। इन सब का ध्यान रखा गया था। इसके अलावा लोगों ने एकजुट होकर टेलीस्कोपी की भी व्यवस्था की, ताकि किसी भी हालत में सूर्य ग्रहण को मिस ना कर दें। वैसे भी ग्रहण को खुली आंखों से नहीं देखना चाहिए, फिल्टर्ड टेलीस्कोप से देखने पर आंखे सुरक्षित रहती है। लोग सुबह से ही अपने छतों पर ग्रहण देखने के लिए चहल कदमी करते दिखे और इतना ही नहीं बच्चे-बड़े सबने सूर्य को ओझल होते देखने की कोशिश की। हालांकि यहां आंशिक सूर्य ग्रहण बहुत कम समय के लिए देखने को मिला।
नीचे फोटोज में देखिए ग्रहण के दौरान कैसे लोगों ने देखा सूर्य को