Gorakhpur News: महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय पहुंचे पर्यटन मंत्री, बोले, वैदिक और आयुर्वेद पर्यटन का हब बनेगा गोरखपुर
Gorakhpur News: प्रदेश सरकार के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, आरोग्यधाम स्थित गुरु श्री गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज का अवलोकन किया।
Gorakhpur News: प्रदेश सरकार के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बुधवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय (Mahayogi Gorakhnath University), आरोग्यधाम स्थित गुरु श्री गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आयुर्वेद कॉलेज), संबद्ध अस्पताल और वैदिक-आयुर्वेद वेलनेस सेंटर का अवलोकन किया। यहां की व्यवस्थाओं को देख मंत्रमुग्ध पर्यटन मंत्री ने कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि इस संस्थान की अगुवाई में गोरखपुर आने वाले दिनों में वैदिक और आयुर्वेद पर्यटन का हब बनेगा। इससे बड़ी संख्या में लोगों को आरोग्यता तो मिलेगी ही, बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन भी होगा।
पर्यटन मंत्री श्री सिंह ने कहा कि आयुर्वेद भारत की विरासत है और इसे समयानुकूल तरीके से संजोते हुए आरोग्यधाम एक आकर्षक वैदिक टूरिज्म और वेलनेस सेंटर के रूप में तेजी से विकसित हो रहा है। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री का स्वागत करते हुए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी और कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने उन्हें परिसर में उपलब्ध संसाधनों और सुविधाओं की जानकारी दी।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह वैदिक पंचकर्म केंद्र का भी अवलोकन किया
श्री सिंह अत्याधुनिक संसाधनों, अकादमिक गतिविधियों, स्मार्ट क्लासरूम, प्रयोगशाला में जांच हेतु उपलब्ध अत्याधुनिक उपकरणों, अस्पताल और इसके वार्ड की सुविधाओं को जानकर व देखकर बेहद प्रभावित हुए। पर्यटन मंत्री ने आरोग्यधाम स्थित वैदिक पंचकर्म केंद्र का भी अवलोकन किया। यह केंद्र उत्तर भारत के सर्वश्रेष्ठ पंचकर्म सेंटर के रूप में विकसित हो रहा है। इस केंद्र का संचालन अनुभवी चिकित्सकों व उच्च कुशलता वाले स्टाफ द्वारा किया जा रहा है। इसे देख पर्यटन मंत्री ने कहा कि हम जल्द ही पंचकर्म और वैदिक वेलनेस टूरिज्म के मामले में केरल से भी आगे होंगे।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने बताया कि आरोग्यधाम का यह संस्थान देश-विदेश के लोगों को सर्टिफिकेट कोर्स व इंटर्नशिप की भी सुविधा उपलब्ध करा रहा है। साथ ही यहां पंचकर्म विधा में प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है। आयुर्वेद के लिए नए युग की शुरुआत की धारणा के साथ इसका संचालन किया जा रहा है। वैदिक-आयुर्वेद वेलनेस सेंटर में पंचकर्म के साथ ही योग, ध्यान व आयुर्वेदिक आहार की व्यवस्था पर्यटकों के लिए उपलब्ध होगी। संस्थान का लक्ष्य भारतीय मनीषा के आयुर्वेद के पावन विज्ञान का वैश्विक विस्तार करना है।
इस अवसर पर भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ जीएन सिंह, उप कुलसचिव श्रीकांत, गुरु गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्राचार्या डॉ डी. अजीथा, गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के प्राचार्य प्रो. मंजूनाथ, एलायड हेल्थ साइंस के डीन प्रो. सुनील कुमार सिंह, कृषि विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. विजय दुगेसर आदि की भी मौजूदगी रही।