यूपी में ट्रांसजेंडर हेल्प डेस्क की लखनऊ से शुरुआत, पूजा अर्चना के बाद कैसरबाग़ कोतवाली में किया उद्धघाटन
गौरतलब है की शासन स्तर के आदेश के बाद समाज कल्याण विभाग की ओर से इसको नया रूप दिया गया जिसमे ट्रांसजेंडर किसी भी बात की शिकायत से लेकर अपनी परेशानी इस हेल्प डेस्क के ज़रिये बयां कर सकता है।
Transgender Desk in Lucknow: उत्तर प्रदेश सरकार ने ट्रांसजेंडर की सुख-सुविधाओं में इज़ाफ़ा करते हेल्प डेस्क का नया कांसेप्ट शुरू किया है जिसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से हुई | लखनऊ के कैसरबाग़ कोतवाली में ट्रांसजेंडर हेल्प डेस्क का पुलिस अफसरों ने उद्धघाटन किया यही नहीं उद्धघाटन से पहले इसकी पूजा अर्चना भी बाकायदा पंडित के ज़रिये करवाई गयी।
गौरतलब है की शासन स्तर के आदेश के बाद समाज कल्याण विभाग की ओर से इसको नया रूप दिया गया जिसमे ट्रांसजेंडर किसी भी बात की शिकायत से लेकर अपनी परेशानी इस हेल्प डेस्क के ज़रिये बयां कर सकता है। यहाँ इसकी शिकायत दर्ज होने के बाद हेल्प देश प्रभारी उपनिरीक्षक एचएचओ को अवगत कराएगी जिससे उसका निदान किया जाएगा | ज़ाहिर है ऐसी तरह की ट्रांसजेंडर के लिए एक अनोखी सुविधा समुदाय को नयी ऊंचाई तक पहुंचाने का काम करेगी।
एक सब इंस्पेक्टर के साथ 4 महिला कांस्टेबल तैनात
एडीसीपी पश्चिम चिरंजीवी नाथ सिन्हा ने बताया की 24 घण्टे इस हेल्प डेस्क को चलाने के लिए पुलिसकर्मियों की तैनाती अति आवश्यक है जिसको देखते हुए एक महिला सब इंस्पेक्टर व 4 महिला कांस्टेबल को तैनात किया गया है ताकि किसी भी तरह की कोई भी समस्या बताने से वो हिचकिचाए न और साथ की मदद पड़ने पर थाने में कई पुरुष पुलिसकर्मी भी साथ रहेंगे | इसके साथ साथ ट्रांसजेंडर हेल्पडेस्क से संपर्क के लिए अधिकारियो ने सीयूजी नंबर का भी ऐलान कर दिया जिसमे कैसरबाग़ कोतवाली के प्रभारी 9454403857 व थाने का सीयूजी 7839861094 है।
प्रदेश स्तर के लिए हुई शुरुआत हर थाने में बनेगा ट्रांसजेंडर हेल्प-डेस्क
प्रदेश स्तर पर इसे फिलहाल बनाने की तैयारी हो रही है ऐसे में इसका पहला उद्धघाटन लखनऊ के कैसेबघ कोतवाली में किया गया है जहा इसका लाभ देखा जा सके की कितने लाभार्थी इसका फायदा उठा रहे है इसके साथ ही आने वाले समय में इसे भव्य रूप देने की कोशिश शासन अपने स्तर से करेगा।
ट्रांसजेंडर ने जताया आभार
पुलिस अफसरों के साथ हेल्प डेस्क के उद्धघाटन के दौरान 2 ट्रांसजेंडर भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए यही नहीं उन्होंने इस बात का आभार जताया की सरकार औरपुलिस के ऐसे अफसर उनके बारे में ऐसी सोच रखते है ये जान कर उन्हें काफी गर्व हुआ है उनका मानना है की अगर इसी तरह के उनके समाज के लिए काम किये जाते रहे जो उनके हित में है तो उनको उससे उनकी पहचान और ऊपर तक लजायेगी और समाज मके एक नए पायदान पर खड़ा कर देगी।