नोएडा: कोरोना मरीज को आया ब्रेन हैमरेज, तो ऐसे हुआ इलाज, नहीं होगा यकीन

रोगी सुदेशना पाठक को गंभीर सिरदर्द की शिकायत के साथ अस्पताल लाया गया था। स्थानीय डॉक्टरों से इलाज कराने व दवाएं खाने के बावजूद उनके दर्द में कोई राहत नहीं मिली थी।

Update:2020-12-14 19:18 IST
नोएडा: कोरोना मरीज को आया ब्रेन हैमरेज, तो ऐसे हुआ इलाज, नहीं होगा यकीन (PC: social media)

नोएडा: चिकित्सों के एक दल ने क्लिपिग टेक्निक का इस्तेमाल कर अलीगढ़ की 50 वर्षीय महिला पर जीवनरक्षक ब्रेन सर्जरी की। महिला रोगी कोविड-19 पॉजिटिव भी थीं। उन्हें यह ब्रेन हैमरेज मस्तिष्क में एन्यूरिज्म फटने के कारण हुआ था। इस सर्जरी के दौरान थोड़ी देर के लिए रोगी का हृदय रोक दिया जाता है। यह सर्जरी डॉ. राहुल गुप्ता, डायरेक्टर, डिपार्टमेंट ऑफ न्यूरोसर्जरी, फोर्टिस हॉस्पिटल, नोएडा और डॉ. अर्नब, हैड, न्यूरो-एनेस्थिसिया, फोर्टिस हॉस्पिटल नोएडा ने की।

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रोगी सुदेशना पाठक को गंभीर सिरदर्द की शिकायत के साथ अस्पताल लाया गया था

रोगी सुदेशना पाठक को गंभीर सिरदर्द की शिकायत के साथ अस्पताल लाया गया था। स्थानीय डॉक्टरों से इलाज कराने व दवाएं खाने के बावजूद उनके दर्द में कोई राहत नहीं मिली थी। इसके बाद उन्होंने डॉ. राहुल से सलाह ली और उन्हें भर्ती होने की सलाह दी गई। प्रक्रिया के अनुसार उनका कोविड-19 टेस्ट हुआ जो पॉजिटिव आया। इसके बावजूद डॉक्टरों ने उनकी सर्जरी करने का फैसला किया क्योंकि उनकी बीमारी बहुत गंभीर प्रवृति की थी। एंजियोग्राफी की मदद से रोगी की वास्तविक स्थिति का पता लगाया गया।

यह केस जटिल था क्योंकि रोगी कोविड पॉजिटिव थीं

इसमें पता चला कि एन्यूरिज्म फटने के कारण उन्हें ब्रेन हैमरेज हुआ है। डॉ. राहुल गुप्ता ने बताया, यह केस जटिल था क्योंकि रोगी कोविड पॉजिटिव थीं और तुरंत सर्जरी करना भी आवश्यक था। हमने आवश्यक सावधानी बरती, अपने उपकरणों और सुदेशना को एक बिल्डिंग से दूसरी बिल्डिंग में स्थानांतरित करने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया जिससे मेडिकल स्टाफ को संक्रमण नहीं हो और इस तरह हमने सफलतापूर्वक यह सर्जरी की।

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एन्युरिज्म, धमनी में एक गुब्बारे जैसा विकार

एन्युरिज्म, धमनी में एक गुब्बारे जैसा विकार होता है जो मस्तिष्क में किसी भी समय फट सकता है और इससे रोगी की मृत्यु भी हो सकती है। जांच में वर्टिब्रल आर्टरी एन्युरिज्म सामने आया। इस तरह का एन्युरिज्म मुश्किल जगह पर मौजूद था जहां क्लिपिग तरीका अपनाना और भी मुश्किल था। रोगी के परिवार को क्लिपिग के तरीके की जानकारी दी गई और इससे जुड़े जोखिम के बारे में भी अवगत कराया गया। परिवार से अनुमति मिलने के बाद एक विशेष कोविड ऑपरेशन थिएटर में एन्युरिज्म क्लिप करने के लिए सर्जरी की गई।

रिपोर्ट- दीपांकर जैन

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