लखनऊ : लखनऊ के हजरतगंज में तीन तलाक से समर्थन में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रही महिलाएं उस वक्त उग्र हो गयीं जब पुलिस ने उन्हें विधानसभा की ओर जाने से रोक दिया। सड़क पर पुलिस और महिलाओं के बीच घंटों बवाल हुआ, जिसके बाद महिलाओं में भाजपा कार्यालय के बाहर तीन तलाक के विरोधियों का पुतला फूंक कर अपना रोष दिखाया।
मंगलवार दिन में जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा के पास मुस्लिम राष्ट्रिय मंच के बैनर तले मुस्लिम महिलाओं ने शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन शुरू किया। मंच की प्रादेशिक संयोजिका शाहीन परवेज ने कहा कि लोकसभा में यह बिल पास हो गया है लेकिन राज्यसभा कुछ पार्टियां रोड़े अटका रही है। यह पार्टियां मुस्लिम महिलाओं का भला नहीं चाहती और इनका यह काम इस्लाम विरोधी है।
वहीं महिला संयोजिका शबाना आजमी ने कहा की तीन तलाक मुस्लिम महिलाओं के लिए कलंक है और मौजूदा केंद्र सरकार जब कानून ला रही है तो कुछ राजनैतिक दल इसका विरोध कर रहे हैं। इसलिए हम देश भर में घूम-घूमकर ऐसी पार्टियों की पोल खोल रहे हैं। महिलाओं ने एसीएम प्रथम गौरव रंजन श्रीवास्तव को ज्ञापन सौपा।
मौलवियों की डिग्री जांची जाए
प्रदर्शन कर रही शाहीन परवेज और डॉक्टर तबस्सुम ने कहा की तीन तलाक कानून का विरोध करने वाले मौलवियों की डिग्री की जांच होनी चाहिए और जो फर्जी मिलें उनपर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. महिलाओं ने कहा कि तीन तलाक में हलाला न सिर्फ गैर इस्लामिक है बल्कि यह मानवता के खिलाफ है. देश भर में कई मौलवी हलाला सेंटर चलाते है और यह एक तरह से प्री प्लांड रेप है. इस पर तुरंत रोक लगनी चाहिए। महिलाओं ने केंद्र सरकार का समर्थन करते हुए कहा कि इस सरकार ने मुस्लिम महिलाओं के सम्मान की रक्षा करने का काम किया है.
सड़क पर हुआ बवाल तो विरोध में फूंका पुतला
महिलाओं ने ज्ञापन देने के बाद जब विधानसभा का रुख किया तो महिला पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की. जिसे लेकर हजरतगंज चौराहे पर काफी देर तक बवाल होता रहा. पुलिस की सख्ती देख कुछ महिलाएं बीजेपी कार्यालय के सामने पहुँच गयीं और वही पर विधेयक की विरोधी पार्टियों और मौलवियों का पुतला फूंक दिया।