हुई ताबड़तोड़ गिरफ्तारी: फैसले के बाद माहौल खराब करने की कोशिश
रामजन्मभूमि विवाद का फैसला आने के पहले सक्रिय हुआ पुलिस का सोशल मीडिया सेल लगातार मानिटिरिंग कर रहा है फैसला आने के बाद अब तक पुलिस ने कई आपत्तिजनक पोस्ट के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 77 लोगों को गिरफ्तार किया है।
लखनऊ: रामजन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डायल 112 मुख्यालय में स्थापित इमरजेन्सी आपरेशन्स सेन्टर का दौरा कर उसकी कार्यशैली को देखा। चुनौतियों को ध्यान में रखकर 112 मुख्यालय में इमरजेन्सी आपरेशन्स सेन्टर कराया था।
आपत्तिजनक पोस्ट में अब तक 77 गिरफतार
रामजन्मभूमि विवाद का फैसला आने के पहले सक्रिय हुआ पुलिस का सोशल मीडिया सेल लगातार मानिटिरिंग कर रहा है फैसला आने के बाद अब तक पुलिस ने कई आपत्तिजनक पोस्ट के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 77 लोगों को गिरफ्तार किया है।
मिली जानकारी के अनुसार अब तक पुलिस ने यूपी पुलिस ने 34 मुक़दमे दर्ज कर 77 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा पुलिस ने 8275 सोशल मीडिया पोस्ट पर कार्रवाई की है। इनमें सब से ज़्यादा 2868 आपत्तिजनक पोस्ट ट्वीटर पर देखे गए है। इसके अलावा फेसबुक पर भी 1355 आपत्तिजनक पोस्ट पाए गए। उनके खिलाफ पर भी कार्रवाई की गयी है।
गौरतलब है कि रामजन्मभूमि विवाद का फैसला आने से पूर्व ही प्रदेश पुलिस ने काफी तैयारियां कर ली थी और एक सेल का गठन किया था जो बराबर सोशल मीडिया की पोस्ट की मानिटिरिंग कर रहा था। उन्होंने जनता से अपील की थी कि किसी भी तरह का मैसेज फॉरवर्ड करने से पहले उसकी सत्यता अवश्य जांच लें।
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उत्तर प्रदेश पुलिस सोशल मीडिया (व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब आदि) की पूरी निगरानी कर रही है। बावजूद इसके अगर कोई यह सोचकर कि पकड़ा नहीं जाऊंगा और गलत मैसेज फॉरवर्ड करता है तो यह उसकी गलतफहमी होगी। जो भी ग्रुप में आपत्तिजनक पोस्ट अग्रसारित करेगा तो उसके विरुद्ध प्रक्रिया अनुसार आईपीसी की धारा 505/153।/295।/298 का अभियोग पंजीकृत किया जायेगा। बावजूद इसके कई लोगों ने आपत्तिजनक पोस्ट किए जिस पर पुलिस ने यह कार्रवाई की।
फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट
अयोध्या प्रकरण में सोशल मीडिया की निरन्तर मानीटरिंग करते हुए सामाजिक सौहार्द को भंग करने की चेष्टा करने वालों के विरूद्ध कार्यवाही की गयी। सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म इन्टरमीडियरी जैसेः-फेसबुक, व्हाट्सएप, ट्विटर, यूट्यूब आदि के ऐसे पोस्ट ट्वीट वीडियो जिनसे सामाजिक सौहार्द प्रभावित होने की सम्भावना थी, उनके विरूद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए कार्यवाही की गयी। 12 अभियोग पंजीकृत किये गये एवं कुल मिलाकर 37 व्यक्तियों की गिरफ्तारी की गयी।
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डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि प्रदेश में कुल 3712 सोशल मीडिया पोस्टों के विरूद्ध कार्यवाही की गयी, जिसमें उन्हें रिपोर्ट कर हटवाना, डायरेक्ट मैसेज के माध्यम से डिलीट कराना तथा प्रोफाइल हटवाने का काम किया । इसमें 865 पोस्ट के विरूद्ध कार्यवाही मुख्यालय पुलिस महानिदेशक के सोशल मीडिया सेल द्वारा की गयी। सबसे अधिक कार्यवाही ट्विटर (2426 पोस्ट) पर की गयी। फेसबुक पर 865 पोस्ट तथा यूट्यूब के 69 वीडियो एवं प्रोफाइल के विरूद्ध कार्यवाही की गयी।