वाराणसीः पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट जल परिवहन को करारा झटका उस वक्त लगा जब वेस्ट बंगाल के मालवाहक जहाज को वन विभाग ने आने से रोक दिया। पिछले दो दिनों से जहाज वाराणसी के राजघाट पूल पर खड़ा है।
कछुआ सेंचुरी ने रोका मालवाहक
काशी में प्रवेश कर चुके मालवाहक जहाज वीवी गिरी को वन विभाग के अधिकारियों ने सोमवार की सुबह खिड़किया घाट पर रोक दिया। वन अधिकारियों का कहना है कि कछुआ सेंचुरी में जलपोत के प्रवेश करने के लिए चालकों के पास वन विभाग की ओर से जारी होने वाला परमिशन लेटर नहीं है। यह जल पोत मारुति कार को कोलकाता ले जाने के लिए आया है।
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क्या कहते हैं जहाज के कर्मचारी?
जहाज के कर्मचारी शक्ति बरुवा दास ने कहा कि कछुआ सेंचुरी की वजह से वन विभाग ने रोका है ताकि कोई नुकशान ना हो। अभी परमिशन नहीं मिली है परमिशन मिलते ही वह जहाज को जाने देंगे। इसके लिए हमने अपने अधिकारियों को सुचना दे दी है।
क्या कहता हैं वन विभाग?
राज्य वन्य जीव बोर्ड से भारतीय वन जीव बोर्ड तक प्रस्ताव जाएगा तभी परमिशन मिलती है। इसके लिए इन्होंने प्रस्ताव भेज रखे है जो अभी स्वीकार नहीं हुए है। परमिशन मिलते ही जहाज को भेज दिया जाएगा।
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क्या कहते हैं डीएफओ?
डीएफओ मनोज कुमार सोनकर ने कहा कि कोई भी स्टडी, रिसर्च, पर्यटन या बिजनेस के लिए शिप क्रास करता है तो उसे वाइल्ड लाइफ 1972 की धारा 28 के तहत परमिशन दी जाती है। इस बार भी परमिशन के लिए आग्रह किया गया है, जो अभी तक नहीं मिल पाई है।