Mahoba News: खदान में डूबकर सगे भाई- बहन की मौत, तीसरे भाई की हालत नाजुक
Mahoba News: पत्थर की खदान में भरे पानी में एक ही परिवार के तीन बच्चे डूब गये। इस हादसे में सगे भाई-बहन की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि तीसरे भाई की हालत बेहद नाजुक होने के चलते उसे झांसी मेडिकल रेफर किया गया है।
Mahoba News: महोबा की सीमा से लगे मध्यप्रदेश के दिदवारा गांव से एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। जहां पत्थर की खदान में भरे पानी में एक ही परिवार के तीन बच्चे डूब गये। इस हादसे में सगे भाई-बहन की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि तीसरे भाई की हालत बेहद नाजुक होने के चलते उसे झांसी मेडिकल रेफर किया गया है। खदान संचालक की लापरवाही से हादसा होने का परिजन और ग्रामीण आरोप लगा रहे है। महोबा पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
डॉक्टरों ने दो बच्चों को किया मृत घोषित
आपको बता दें कि यह दर्दनाक हादसा महोबा जनपद की सीमा से लगे मध्य प्रदेश के जनपद छतरपुर अंतर्गत जुझारनगर थाना क्षेत्र में आने वाले दिद्वारा गांव का है। विक्रम चौरसिया की पत्नी शीतला अपने तीनों बच्चों महिमा, राज और आर्यन को लेकर खेत गई थी। खेत में आए जानवरों को भगाने के दौरान तीनों बच्चे दौड़ते-दौड़ते पास में ही खनन के लिए संचालित खदान में पहुंच गए। देखते ही देखते तीनों बच्चे पानी में डूबने लगे। बच्चों की चीख-पुकार सुन मां मौके पर पहुंची, जिसके शोर मचाने पर आसपास के लोग भी इकठ्ठा हो गए। ग्रामीणों ने बमुश्किल सभी को खदान से बाहर निकाला और अचेत अवस्था में इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने दो बच्चों को मृत घोषित कर दिया है।
तीसरे बच्चे की हालत गंभीर
12 वर्ष की महिमा और 10 वर्ष के राज की मौत हुई है, जबकि 8 साल के आर्यन की हालत गंभीर होने पर उसे झांसी मेडिकल रिफर किया गया है। सगे भाई बहन की मौत और तीसरे भाई की हालत गंभीर होने पर गांव में भी मातम पसरा है। गांव के प्रधान प्रतिनिधि हरगोविंद और परिवार के लोगों ने खदान संचालक पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है और इसी लापरवाही को हादसे की वजह बताया जा रहा है। बंद पड़ी खदान में तार की बाड़ न होने के चलते बच्चे वहां पहुंच गए और खदान में डूब गए हैं।