DM ऑफिस के बाहर धरने पर बैठे दो परिवार, BJP विधायक पर लगाया जमीन हड़पने का आरोप
शाहजहांपुर: उत्तर प्रदेश मे बीजेपी सरकार आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता से वादा किया था कि उनकी जमीनों पर कब्जा करने वाले दबंग जेल के अंदर दिखाई देंगे। लेकिन जब उनके विधायक ही गरीब जनता की जमीनों पर कब्जा करने लगे तो फिर मुख्यमंत्री ऐसे भू माफिया विधायकों पर क्या कार्यवाई करेंगे?
ताजा मामला यूपी के शाहजहांपुर का जहां आज(8 अगस्त )बीजेपी के दबंग विधायक से प्रताड़ित होकर दो परिवार डीएम ऑफिस के सामने धरने पर बैठ गए। पीड़ित परिवार का आरोप है कि उसकी जमीन पर बीजेपी विधायक ने कब्जा करके निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। जब उन्होंने इसकी शिकायत डीएम से की तो उन्होंने कोई कार्यवाई नही की। जिसके बाद उन्हे धरने पर बैठना पड़ा। पीड़ित परिवार ने धमकी दी है कि अगर उन्हें न्याय नही मिला तो वह जान दे देंगे।
क्या है पूरा मामला ?
- मामला निगोही थाना क्षेत्र के पुवायां रोड पर रेलवे क्रासिंग के पास का है।
- यहां 18 बीघा का खेत है। इस जमीन की दो गाटा संख्या नंबर है।
- 974/1 गाटा संख्या की जमीन हेतराम ने अपनी बहू मीरा देवी के नाम कर दी तो वहीं हेतराम के भाई गेदनलाल ने अपनी जमीन गाटा संख्या 974/2 नंबर जमीन गेदनलाल ने निगोही के रहने वाले हनीफ के नाम की।
-पीड़िता मीरा देवी के मुताबिक गेदनलाल ने कुछ जमीन का हिस्सा बीजेपी विधायक रोशनलाल वर्मा की पत्नी भानूमती के हाथ बेच दी।
- आरोप है कि हनीफ विधायक के करीबी है। इसलिए उसकी भी जमीन पर विधायक के साथ मिलकर कब्जा कर लिया।
- दो दिन पहले विधायक रोशनलाल वर्मा अपने साथियों के साथ जमीन पर आए और वहां पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया।
- मीरा की जमीन पर भी कब्जा कर लिया गया। उनका कहना है कि जब उन्होंने विधायक को निर्माण कार्य करने से रोका तो उन्होंने कहा कि हमने सारी जमीन का बैनामा करा लिया है। जबकि इसी जमीन का मुकदमा अपर सिविल जज जूनियर डिविजन के यहां विचाराधीन है।
- वहीं इसी जमीन पर 100 का प्लाट निगोही के रहने वाले वाहिद खान का है। वाहिद खान का आरोप है कि उसकी जमीन पर से विधायक रोशनलाल वर्मा दीवार उठाकर उस पर भी कब्जा कर लिया है।
- 18 बीघा जमीन की कीमत करीब 10 करोड़ रुपये है इसलिए विधायक की नियत खराब है।
- उनका कहना है कि दो दिन से रोज विधायक जी सुबह आते है और कुर्सी डालकर बैठ जाते है और निर्माण कार्य शुरू हो जाता है।
- जब वो पुलिस के पास गया तो पुलिस ने उसको थाने से भगा दिया।
- उसके बाद जब वाहिद डीएम सहाब के पास आए तो उन्होंने विधायक के निर्माण कार्य को सही बताकर वहां से भी भगा दिया।
समाजवादी सरकार ही ठीक थी- वाहिद
-वाहिद का कहना है कि विधायक ने पिछली सरकार मे भी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की थी लेकिन उस वक्त तत्कालीन डीएम राजमणी यादव और सीओ संजय कुमार ने निर्माण कार्य को गलत बताकर रूकवा दिया था।
- लेकिन अब बीजेपी की सरकार है इसलिए बीजेपी विधायक रोशनलाल वर्मा कब्जा करने पर उतारू है और पुलिस भी उनके आगे बेबस है।
- उनका सवाल है कि क्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने विधायकों को कब्जा करने की छूट दे रखी है?
पूर्व बीजेपी विधायक के मन में भी दबंग रोशनलाल का खौफ
- मामले की खास बात ये है जब ये परिवार धरने पर बैठने जिला कलेक्ट्रेट आए तो उसके कुछ देर बाद ही पूर्व सपा विधायक राजेश यादव भी वहां पहुंच गए।
- जब उनसे इस मुद्दे पर सवाल किए गए तो ऐसा लगा जैसे उन्हें खुद बीजेपी के दबंग विधायक का डर है।
पीड़िता के मुताबिक़
पीड़िता मीरा देवी ने बताया कि बीते रविवार की सुबह मे उसने कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना को न्याय के लिए फोन किया था। उन्होंने सुबह राजभवन मिलने के लिए बुलाया था। मीरा देवी के मुताबिक उन्होंने सारे कागज मंत्री जी को दिखाए उसके बाद मंत्री जी जिला अस्पताल मे रक्त परीक्षण शिविर का उद्घाटन करने जाने का कहकर निकल गए। जब जिला अस्पताल मे इस मामले पर कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना से सवाल किया तो उन्होंने साफ मना कर दिया कि इस मामले की उन्हे कोई जानकारी नहीं है।
एसडीएम सदर राम जी मिश्रा ने बताया कि धरने पर बैठे लोगों का मामला संज्ञानम में लिया है। इसकी जांच टीम बना दी गई है। आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और बेगुनाहों को न्याय मिलेगा।