रोहित सिंह ने PM मोदी को लिखा पत्र, बलिया के इन गांवों को डूबने से बचा लें
उज्ज्वला योजना मोदी सरकार की उपलब्धियों में गिनी जाती है पर आपको बता दें कि जिस गांव से यह योजना मोदी सरकार ने शुरू की थी।
बलियाः उज्ज्वला योजना (Ujjwala scheme) मोदी सरकार( Modi government)की उपलब्धियों में गिनी जाती है पर आपको बता दें कि जिस गांव से यह योजना मोदी सरकार ने शुरू की थी। वह गांव आज भयावह पानी के मंजर से डरा हुआ है। बांध बनाने के लिए यहां के लोगों ने सरकार से गुहार तो लगाई पर कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही।
प्रेस से बात करते हुए युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह ने कहा कि पिछले 4 वर्ष से उज्ज्वला योजना की जन्मभूमि हैबतपुर सहित दर्जन भर गाँवों को बाढ़ से बचाने हेतु संघर्ष कर रहा है परंतु योगी सरकार चिंतनशील नहीं है। उन्होंने कहा की हमने जिला मुख्यालय से लेकर दिल्ली तक फरियाद की पर किसी ने नहीं सुनी। उन्होंने हैबतपुर, मालदेपुर, खोड़ीपाकड़, मुबारकपुर, दरामपुर, नसीराबाद, सरफ़ुद्दीनपुर, देवरिया कला, रामपुर महावल सहित दर्जन भर गाँव एवं बलिया शहर को बचाने हेतु प्रदर्शन किया।
उन्होंने पत्र लिखकर प्रधानमंत्री को आग्रह किया कि जिस गाव हैबतपुर में 1 मई 2016 को प्रधानमंत्री ने उज्ज्वला योजना शुरू किया था उस गांव सहित आसपास के कई गाँव जल विलीन होने की स्थिति में हैं। सिंह, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत से भेंटकर उज्ज्वला योजना की जन्मभूमि हैबतपुर सहित दर्जन भर गाँवों को बचाने हेतु गुहार लगाया। उनके साथ स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी भी शामिल थे। इसके बावजूद भी कोई कार्यवाई नहीं की गई।
सिंह ने कहा कि लगातार मोदी-योगी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने के बाद योगी सरकार ने सिर्फ हैबतपुर और मालदेपुर गाँव के सामने ठोकर बनाने हेतु 2.26 करोड़ की राशि निर्गत। उसके बाद भूमि पूजन हुआ तो परंतु उसके बाद कोई कार्य आगे नही बढ़ा। सिंह ने कहा कि मानसून आने वाला है और वर्तमान स्थिति बहुत भयावह है। अगर सरकार ने कोई कदम नहीं बढ़ाया और बांध निर्माण नहीं हुआ तो इन गाँवों का अस्तित्व विलीन हो जाएगा। सिंह ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैबतपुर 3 बार आ चुके हैं उन्हें कम से कम उज्ज्वला योजना की जन्मभूमि बचाने हेतु आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा की उज्ज्वला योजना का प्रचार भाजपा सरकार ने बहुत किया परंतु उसकी जन्मभूमि को बचाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। सिंह ने कहा कि हमें बांध चाहिए और सरकार को बनाना ही होगा। साथ ही युवा चेतना प्रमुख रोहित सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा निर्गत 2.26 करोड़ रुपया का क्या हुआ यह बात सार्वजनिक होनी चाहिए।