Asad Ahmed Encounter News: प्लान अतीक का, लेकिन असद ने कर दी एक गलती और चुकानी पड़ी भारी कीमत

Asad Ahmed Encounter News: उमेश पाल मर्डर में असद को सुपरवाइजर का काम सौंपा गया था, लेकिन असद ने एक गलती कर दी और उसका सीसीटीवी फुटेज सामने आ गया और वही उसकी जान की आफत बन गया।

Update:2023-04-15 02:43 IST
असद अहमद अपनी गलती से हुआ एनकाउंटर का शिकार: Photo- Social Media

Asad Ahmed Encounter News: उमेश पाल हत्या कांड का प्लान अतीक अहमद ने साबरमती जेल में ही तैयार किया था, लेकिन उसको अंजाम देने का जिम्मा बेटे असद को सौंपा गया था। असद अहमद ने उस प्लान को बखूबी अंजाम भी दिया, लेकिन असद की एक गलती उस पर भारी पड़ गई और नतीजा यह हुआ कि यूपी एसटीएफ द्वारा एनकाउंटर में उसे अपनी जान गंवानी पड़ी।

24 फरवरी को यूपी के प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद, उसका भाई अशरफ, बेटा असद और दूसरे शूटर आरोपी थे। यूपी एसटीएफ की टीम ने असद को एनकाउंटर में ढेर कर दिया, उसके साथ ही उमेश पाल हत्याकांड में शामिल शूटर गुलाम भी मारा गया। बताया जाता है कि अतीक अहमद ने उमेश पाल की हत्या की प्लानिंग तो की थी, लेकिन एक गलती से उसका बेटा असद पुलिस के शिकंजे में आ गया।


सूत्रों की मानें तो असद के गैंगस्टर पिता अतीक ने उमेश पाल हत्याकांड की प्लानिंग की इसमें असद का रोल केवल एक सुपरवाइजर के तौर पर था, लेकिन उसने ऐसी गलती कर दी जिस कारण से वह यूपी पुलिस की नजर में आ गया और नतीजा यह हुआ की गुरुवार को झांसी में हुए एक मुठभेड़ में यूपी एसटीएफ ने असद अहमद को मार गिराया।

इस कारण से आ गया एसटीएफ के रडार पर-

उमेश पाल हत्याकांड का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया था। इस फुटेज में 23 साल के असद का फुटेज कैद हो गया था। सूत्र की मानें तो उमेश पाल मर्डर केस में सभी का रोल पहले से ही तय किया गया था। उमेश पाल पर हमला करने के लिए असद को कार से बाहर नहीं आना था, वो सीन पर केवल सुपरवाइजर के तौर था, लेकिन उसने ऐसी गलती कर दी और उसकी पहचान सबके सामने आ गई। 2005 में तत्कालीन बसपा विधायक राजू पाल की हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल इस हत्याकांड का प्रमुख गवाह था।

भारी पड़ गई एक गलती-

सूत्र बताते हैं कि लोकेशन को ट्रेस होने से बचाने के लिए असद ने लखनऊ में अपने फ्लैट में अपना मोबाइल फोन छोड़ दिया था। वह अपने परिवार को इस हत्याकांड से दूर रखना चाहता था। बता दें कि जब हमलावरों ने उमेश पाल पर मारी जो वह जान बचाने के लिए घर के अंदर भागता है। उसे देख असद अपनी कार से बाहर निकलता है और इसी गलती के कारण वह सीसीटीवी कैमरों में खुद कैद हो जाता है और उसकी पहचान उजागर हो जाती है। उसकी यही एक गलती उसे महंगी पड़ गई और यूपी एसटीएफ ने उसे निशाना बना लिया।

अतीक के तीसरे बेटे असद के बारे में कहा जाता है कि उसने पिछले अगस्त में अतीक के खूंखार गिरोह की कमान संभाली थी, जब उसके दो बड़े भाइयों ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था। उसके बाद अतीक के गैंग को असद लीड करने लगा।

Tags:    

Similar News