Umesh Pal Murder Case: विदेश भागने की कोशिश में शाइस्ता-गुड्डू मुस्लिम, यूपी पुलिस ने जारी किया लुक आउट नोटिस
Umesh Pal Murder Case: अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन भी यूपी पुलिस को खूब चकमा दे रही है। ऐसे में पुलिस को शक है कि आरोपी देश छोड़कर जा सकते हैं।
Umesh Pal Murder Case: प्रयागराज के चर्चित उमेश पाल हत्याकांड के तीन माह होने को हैं लेकिन पुलिस अब तक सभी आरोपियों को दबोच नहीं पाई है। वारदात के दिन घटनास्थल पर मौजूद सात शूटर्स में से तीन अब भी फरार चल रहे हैं। पुलिस और एसटीएफ के पास उनकी कोई जानकारी नहीं है। वहीं, माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन भी यूपी पुलिस को खूब चकमा दे रही है। ऐसे में पुलिस को शक है कि आरोपी देश छोड़कर जा सकते हैं। इसलिए इनके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया गया है। नोटिस जारी होने के बाद देश के सभी हवाई अड्डों पर निगरानी बढ़ा दी गई है।
यूपी पुलिस ने जिन फरार आरोपियों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है, उनमें अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, कुख्यात बमबाज गुड्डू मुस्लिम और शूटर साबिर शामिल हैं। सभी को भगोड़ा घोषित कर इनपर घोषित है। शाइस्ता पर 50 हजार रूपये का इनाम है, वहीं मुस्लिम और साबिर पर पांच-पांच लाख रूपये का इनाम है। इनके अलावा एक और फरार शूटर अरमान पर भी 5 लाख का इनाम घोषित है। हालांकि, उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस नहीं जारी किया गया है।
पुलिस के निशाने पर शाइस्ता और गुड्डू मुस्लिम
असद अमहद के एनकाउंटर और अतीक-अशरफ की हत्या के बाद उमेश पाल मर्डर केस में शाइस्ता परवीन और गुड्डू मुस्लिम की बरामदगी बेहद अहम हो गई है। यूपी एसटीएफ का मानना है कि पाल हत्याकांड से जुड़े सारे रहस्य अब इन्हीं दो आरोपियों के जरिए सामने आ सकते हैं। अतीक का देश के अंदर के साथ-साथ विदेशों में भी अच्छा कनेक्शन रहा है। इसलिए माना जा रहा है कि इसी कनेक्शन का फायदा उठाकर शाइस्ता परवीन देश छोड़कर जा सकती है। उसके साथ शूटर साबिर के भी जाने की संभावना है।
Also Read
वहीं, गुड्डू मुस्लिम जरायम की दुनिया का वो किरदार है, जो अब तक कई कुख्यात माफियाओं और बाहुबलियों के साथ काम कर चुका है। करीब तीन दशक से अपराध की दुनिया में सक्रिय रहे मुस्लिम ने श्रीप्रकाश शुक्ला जैसे खतरनाक गैंगस्टर से लेकर आईएसआई एजेंट परवेज ताडा तक के साथ काम किया है। ऐसे में उसे भी वेल कनेक्टेड माना जाता है। एसटीएफ अमिताभ यश पहले ही उसे एक शातिर अपराधी करार दे चुके हैं, जो किसी वारदात को अकेले अंजाम देने में सक्षम है।
24 फरवरी को हुई थी हत्या
प्रयागराज स्थित जयंतीपुर कॉलोनी में रहने वाले बीजेपी नेता और वकील उमेश पाल की 24 फरवरी को दिनदहाड़े गोलियों और बमों से हत्या कर दी गई थी। इस दौरान उनकी सुरक्षा में तैनात दो सरकारी गनर राघवेंद्र और संदीप भी मारे गए थे। पाल प्रयागराज के एक अन्य चर्चित हत्याकांड ( बसपा विधायक राजूपाल मर्डर केस) के अहम गवाह थे, जिसमें माफिया अतीक और उसका भाई अशरफ शामिल था। वारदात को अंजाम देने के बाद सभी सातों शूटर्स जिसमें अतीक का तीसरा बेटा असद भी शामिल था, फरार हो गए। यूपी पुलिस और एसटीएफ अब तक उन सात शूटर्स में से चार अरबाज, उस्मान चौधरी, असद अहमद और गुलाम मोहम्मद को ढ़ेर कर चुकी है।