Atiq Ahmed: अतीक को बचाने में फंसे सीबीआई अफसर अमित कुमार, बढ़ सकती है मुश्किलें
Atiq Ahmed: अतीक के बचाव पक्ष में गवाही देते हुए अमित कुमार ने कहा कि उमेश पाल का मर्डर नहीं हुआ था। जबकि उसका इस केस से कोई लेनादेना नहीं था।
Atiq Ahmed: माफिया अतीक अहमद को बचाने में सीबीआई के एक अधिकारी पर गाज गिर सकती है। अतीक मामले में उनके कार्य संदेहास्पद है, जिसपर अब सवाल खड़े होने लगे हैं। उमेश पाल की पत्नी जयापाल ने पति की हत्या के बाद सीबीआई की मांग नहीं की। सालों बीत जाने के बाद भी राजू पाल हत्या काण्ड का खुलाशा नहीं हो सका। इन्ही घटनाओं के दृष्टिगत एमपी एमएलए कोर्ट के सरकारी वकीलों ने सीबीआई अधिकारी अमित कुमार संदेहास्पद भूमिका की जांच की मांग की है। अमित कुमार ने कोर्ट में अतीक अहमद के बचाव मे भी गवाही दी थी। अब सभी वकील अमित के खिलाफ सीबीआई डायरेक्टर को पत्र लिखने जा रहे हैं।
राजू पाल हत्या केस में जांच अधिकारी थे अमित कुमार
बता दें कि 2005 में राजूपाल की हत्या कर दी गई थी। इस हत्या में सपा सांसद अतीक अहमद, उसका भाई अशरफ अहमद और उसके सहयोगियों का नाम आया था। इसके बाद इस घटना को सीबीआई को सौंप दिया गया था। इस जांच का अधिकारी अमित कुमार को बनाया गया था। इसी बीच उमेश पाल ने अतीक और उसके भाई अशरफ पर अपहरण का केस दर्ज कराया था। उमेश राजू पाल हत्याकाण्ड के मुख्य गवाह थे। उन्होने केस डायरी में उमेश का बयान दर्ज नहीं किया था। जबकि उमेश घटना के चश्मदीद थे। निष्पक्ष जांच करने के बजाय कोर्ट में अतीक की तरफ से ही गवाही देने पहुंच गए।
अतीक अहमद के पक्ष में दी थी गवाही
अतीक के बचाव पक्ष में गवाही देते हुए अमित कुमार ने कहा कि उमेश पाल का मर्डर नहीं हुआ था। जबकि उसका इस केस से कोई लेनादेना नहीं था। उसका संबंध राजू पाल हत्या मामले से था। हालांकि उसकी गवाही को कोर्ट न मानने से इनकार कर दिया था। कोर्ट द्वारा जारी 142 पन्नों के आदेश में इस बात का जिक्र है। इसी को आधार मानकर वकील डएसपी अधिकारी रैंक के अधिकारी अमित कुमार के खिलाफ सीबीआई डाकयरेक्टर शिकायत करने की तैयारी कर रहे हैं। इसके अलावा यूपी पुलिस भी अमित और अतीक के संबंधो की छानबीन कर रही है।