Unnao News: अदीबा सिद्दीकी बनी एक दिन की सीओ और शीतला कोतवाल, मिशन शक्ति के तहत आयोजित हुआ कार्यक्रम
Unnao News: उन्नाव में मिशन शक्ति के तहत महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण पर एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में सैकड़ों छात्राओं ने भाग लिया, जिसका मुख्य आकर्षण 'एक दिन का सीओ' बनने का अवसर था।
Unnao News: उन्नाव में आज मिशन शक्ति के तहत आयोजित एक कार्यक्रम में एक छात्रा को सीओ (सर्किल ऑफिसर) बनाया गया है। महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। मिशन शक्ति उत्तर प्रदेश सरकार की एक पहल है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना और उन्हें समाज में समान अधिकार दिलाना है। इस मिशन के तहत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिसमें महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक सशक्तिकरण के अवसर प्रदान किए जाते हैं। सीओ बनने वाली छात्रा अदीबा सिद्दीकी की उपलब्धि एक प्रेरणादायक उदाहरण है और यह दर्शाती है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में सफल हो सकती हैं।
अदीबा सिद्दीकी को सीओ और शीतला को बांगरमऊ कोतवाल की जिम्मेदारी सौंपी गई
उन्नाव में मिशन शक्ति के तहत महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण पर एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में सैकड़ों छात्राओं ने भाग लिया, जिसका मुख्य आकर्षण 'एक दिन का सीओ' बनने का अवसर था। अदीबा सिद्दीकी को सीओ और शीतला को बांगरमऊ कोतवाल की जिम्मेदारी सौंपी गई। कार्यक्रम की शुरुआत सीओ अरविंद कुमार चौरसिया के संबोधन से हुई, जिन्होंने महिला सुरक्षा और उससे जुड़ी सरकारी योजनाओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई योजनाएं चला रही है, जैसे "महिला हेल्पलाइन" जो महिलाओं को सुरक्षा और समर्थन प्रदान करने के लिए है। "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" यह लड़कियों को शिक्षा और सुरक्षा प्रदान करने के लिए है। "उन्नति योजना" जोकि महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण प्रदान करने के लिए है। इन योजनाओं का उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षित और सशक्त बनाना है। सीओ अरविंद कुमार चौरसिया ने छात्राओं को इन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।
छात्राओं ने पूछे सीओ से सवाल
सीओ ने छात्राओं को महिला सुरक्षा से जुड़े कानूनों की जानकारी दी और बताया कि वे इनका किस तरह से प्रयोग कर सकती हैं। एक दिन की सीओ बनी छात्रा अदीबा सिद्दीकी ने सीओ का दायित्व संभालते हुए फरियादियों की समस्याएं सुनीं और कार्यालय की कार्यप्रणाली को समझा। इस दौरान छात्राओं ने सीओ से सवाल भी पूछे, जिनका उन्होंने धैर्यपूर्वक जवाब दिया। उन्होंने छात्राओं को अपने आसपास की महिलाओं को जागरूक करने के लिए भी प्रेरित किया। कार्यक्रम के दौरान कई स्थानीय महिलाओं ने भी अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा के लिए जागरूकता बेहद जरूरी है और सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए हेल्पलाइन नंबरों का सही प्रयोग किया जाना चाहिए। अंत में छात्राओं ने शपथ ली कि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहेंगी और अपने समाज में महिलाओं की सुरक्षा में सक्रिय भूमिका निभाएंगी।