Unnao News: गंगा का जलस्तर फिर बढ़ा, ग्रामीणों के लिए बना मुसीबत का सबब
Unnao News: गंगा नदी के कटान ने स्थानीय निवासियों के लिए गंभीर चिंता का विषय उत्पन्न कर दिया है। शक्ति नगर मोहल्ले में कटान की समस्या तेजी से बढ़ रही है, जिससे कई पक्के मकान खतरे में आ गए हैं।
Unnao News: उन्नाव में गंगा कटान के कारण स्थानीय निवासियों में दहशत फैल गई है। गंगा नदी के कटान से निवासियों के घरों और खेतों पर खतरा मंडरा रहा है। जिससे वे डरे हुए हैं और प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं। प्रशासन को इस मामले में तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए और कटान रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। स्थानीय निवासियों की सुरक्षा और उनकी जीविका की रक्षा करना सरकार की जिम्मेदारी है। इस समस्या के समाधान के लिए सरकार और स्थानीय प्रशासन को मिलकर काम करना होगा और कटान रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने होंगे। स्थानीय निवासियों की सुरक्षा और उनकी जीविका की रक्षा करना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए।
उन्नाव में गंगा नदी के कटान ने स्थानीय निवासियों के लिए गंभीर चिंता का विषय उत्पन्न कर दिया है। शक्ति नगर मोहल्ले में कटान की समस्या तेजी से बढ़ रही है, जिससे कई पक्के मकान खतरे में आ गए हैं। स्थानीय लोग प्रशासन के प्रति नाराजगी और चिंता व्यक्त कर रहे हैं और उन्होंने प्रशासन से जिओ बैग लगाने की अपील की है।
स्थानीय निवासी गंगाराम ने बताया कि उन्होंने कटान की समस्या के बारे में पालिकाध्यक्ष प्रतिनिधि संदीप पांडे को जानकारी दी थी। गंगाराम ने कहा, "मैंने उन्हें स्पष्ट रूप से बताया कि कटान तेजी से बढ़ रहा है और इसके समाधान के लिए जल्द कदम उठाने की आवश्यकता है। पालिकाध्यक्ष ने आश्वासन दिया था कि एक दो दिन में कटान रोकने के इंतजाम किए जाएंगे, लेकिन अब एक सप्ताह बीत चुका है और कोई भी अधिकारी समस्या का समाधान करने नहीं आया।
पंद्रह दिनों में दो मकान गंगा में समा चुके
गंगा का जलस्तर घटने के बाद कटान ने और तेजी पकड़ी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले पंद्रह दिनों में दो मकान गंगा में समा चुके हैं, जिससे पूरे क्षेत्र में भय का माहौल बना हुआ है। एक निवासी सुमित्रा ने कहा, "हम हर दिन इस खतरे का सामना कर रहे हैं। हमारी संपत्ति और घरों को नुकसान पहुँचने का खतरा बढ़ रहा है। लेकिन प्रशासन हमारी चिंताओं को अनसुना कर रहा है। यह अत्यंत दुखद है कि हमारी सुरक्षा के लिए कोई ध्यान नहीं दे रहा । प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने कटान को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं, लेकिन स्थानीय लोग इसे महज खानापूर्ति मानते हैं। कटान के कारणों में प्राकृतिक और मानव निर्मित दोनों तत्व शामिल हैं। बारिश के मौसम में जलस्तर बढ़ने और फिर घटने से कटान की समस्या और भी गंभीर हो गई है। निवासियों का कहना है कि यदि समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए तो और अधिक मकान कटान की चपेट में आ सकते हैं।