Unnao News: बाढ़ से सैकड़ों घर जलमग्न, आशियाने छोड़ने को तैयारी नहीं लोग, पानी में बिता रहे जिंदगी

Unnao News: बाढ़ के चलते लोगों के साथ साथ मवेशियों के लिए भी परेशानी बढ़ गई है। जानवरों के लिए चारा नहीं मिल रहा है।

Report :  Shaban Malik
Update:2024-09-21 14:37 IST

घरों में भरा पानी (Pic: Newstrack)

Unnao News: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले मे गंगाघाट क्षेत्र में गंगा से सटे इलाके गोताखोर, मिश्रा कालोनी, चम्पापुरवा शाही नगर, रविदास नगर, मालवी नगर,अखलाक नगर, श्री नगर, कल्लू पुरवा,गंगा खतरे का निशान पार कर गई है। वहीं बढ़ते जलस्तर के कारण नगर और ग्रामीण क्षेत्रों के सैकड़ों घर जलमग्न हो गये हैं। गौतखोर इलाके मे तमाम घर ऐसे हैं जिनमे ताले लटके हैं। लोग आपने घरों को छोड़ दूसरी जगह सिफ्ट हो गए हैं और तमाम लोग ऐसे है जिसके घरों के अंदर पानी भरा है फिर भी अपने आशियाने छोड़ने को तैयारी नहीं है।

मुख्य मार्गों से संपर्क टूटे

बाढ़ पीड़ित एक महिला ने बताया कि हम लोग घर के अंदर ही रहते हैं, छत पर दिन बिता रहे हैं। एक कमरा है जिसमे पलंग पड़ा है उस पर खाना बनाते हैं। वहीं गोताखोर इलाके में 200 से अधिक मकान बाढ़ के पानी मे डूब गए हैं। चारो तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। स्थानीय प्रशासन लगातार यहां पर रह रहे लोगों की मदद भी कर रहा है। बता दें की पश्चिम के बांधों से बराबर पानी छोड़ा जा रहा है। कल गंगा खतरे का निशान पार कर गई थी। वहीं बढ़ते जलस्तर के कारण नगर और ग्रामीण क्षेत्रों के सैकड़ों घर जलमग्न हो गये हैं। कई गांव पानी से घिर गये हैं। वहीं तमाम मुख्य मार्गों का संपर्क भी टूट गया है। पानी के तेज बहाव के चलते कुछ पुलिया दरकने लगी हैं। आज भी गंगा मे जलस्तर की बढोत्तरी दर्ज की गई है।

लगातार बढ़ रहा जलस्तर

शाम पांच बजे गंगा का जलस्तर 113.000 मीटर मतलब गंगा खतरे के निशान पर पहुंच गई थी। दोपहर बाद तक तेजी से जलस्तर बढ़ता रहा। दोपहर दो बजे 113.080 मीटर पर पहुंच गया। नगर के सैय्यद कम्पाउंड जहां सैकड़ों मकान जलमग्न हैं। चंपापुरवा, तेजी पुरवा, मनसुख खेड़ा, राजीव नगर खंती मोहल्ले के निचले इलाकों के सैकड़ों मकान जलमग्न हो गये हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में देखा जाये तो कटरी पीपर खेड़ा के झब्बूपुरवा, गुर्री पुरवा, अखलॉक नगर, सोलह बीघा समेत कई गांव के सैकड़ों मकान पानी से जलमग्न हो गये हैं। मवेशियों के लिये चारे की दिक्कत होने लगी है।

मवेशियों की भी बढ़ी दिक्कत

यहां तक कान्हा गौशाला में पूरी तरह से पानी भर गया है। पालिका प्रशासन ने गौवंश को सुरक्षित स्थान पर भिजवाया है। क्षेत्रीय लेखपाल अशोक सैनी ने बताया कि चार बाढ़ राहत केन्द्र बनाये गये हैं। अभी तक कोई भी केन्द्रों में नहीं पहुंचा है। लोग बताते हैं कि घर में चोरी हो सकती है, इसलिये वह अपने आशियाने छोड़ने को तैयार नहीं है। प्रशासन बराबर उन्हें सुरक्षित स्थान पर लाने का काम कर रहा है।

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