Unnao News: संसद में उन्नाव रेप और हत्या मामले की गूंज, प्रियंका गांधी ने उठाया मुद्दा, पीड़िता ने भी बताया दर्द
Unnao News: यह मामला 2019 का है, जब उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र के भाटनखेड़ा गांव में एक युवती के साथ रेप किया गया और फिर उसे जलाकर मार डाला गया। इस दर्दनाक घटना के बाद पुलिस ने पांच गांववासियों को आरोपी बनाया, लेकिन आज तक आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।;
Unnao News: उन्नाव जिले में एक जघन्य अपराध के पांच साल बाद भी न्याय की उम्मीदें पूरी नहीं हो पाई हैं। यह मामला फिर से देश की संसद में गूंज उठा जब कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने इस मुद्दे को उठाया और पीड़िता के परिजनों को न्याय दिलाने की अपील की।
यह मामला 2019 का है, जब उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र के भाटनखेड़ा गांव में एक युवती के साथ रेप किया गया और फिर उसे जलाकर मार डाला गया। इस दर्दनाक घटना के बाद पुलिस ने पांच गांववासियों को आरोपी बनाया, लेकिन आज तक आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
पीड़िता की बहन ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने न्याय की गुहार लगाने के लिए कई बार गोरखपुर और डीजीपी कार्यालय का रुख किया, तो उन्हें हर बार नकारा गया। उनका कहना था कि पुलिस ने उन्हें कई बार घेर लिया, और न्याय के लिए उन्हें बार-बार अधिकारियों से मिलना पड़ा। न सिर्फ यह, बल्कि 2020 में पीड़िता के छह साल के भतीजे का अपहरण भी कर लिया गया। उसका आज तक कोई पता नहीं चला है। परिवार का आरोप है कि जब उन्होंने पुलिस से मदद की गुहार लगाई, तो उन्हें भी नजरअंदाज किया गया और मदद नहीं मिली।
संसद में बोली प्रियंका गाँधी...
"उन्नाव में एक लड़की के साथ दरिंदगी की गई, और फिर उसे जलाकर मार डाला गया। यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि हमारी बेटियाँ कितनी असुरक्षित हैं। उस लड़की ने न्याय के लिए संघर्ष किया, लेकिन क्या उसे न्याय मिला? नहीं, यह हमारे समाज और हमारे सिस्टम के लिए शर्म की बात है।" प्रियंका गांधी का यह बयान उस समय आया जब उन्नाव की पीड़िता की बहन ने अपनी व्यथा सुनाते हुए बताया कि वह पिछले पांच वर्षों से न्याय की खोज में भटक रही है। उनके मुताबिक, न सिर्फ वादे पूरे नहीं हुए, बल्कि परिवार को खुलेआम धमकियां भी मिल रही हैं। "यह सिर्फ एक अपराध नहीं है, बल्कि हमारे समाज में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों का प्रतीक है। एक लड़की को जब एफआईआर दर्ज कराने के लिए पुलिस स्टेशन जाना पड़ता है, और उसे मना किया जाता है, तो यह दर्शाता है कि हमारी व्यवस्था में कितनी खामियां हैं।"
प्रियंका गाँधी की संसद मे गूंज...
"जब अपराधी खुलेआम जेल से बाहर आकर धमकियां देते हैं, और प्रशासन कुछ नहीं करता, तो यह हमारी न्याय व्यवस्था पर सवाल उठाता है। इस मामले में आरोपियों को जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए, ताकि अपराधी सोचें कि उन्हें कानून से बचने का कोई रास्ता नहीं मिलेगा।"प्रियंका गांधी ने इस मुद्दे को उठाते हुए यह भी कहा कि यह केवल एक परिवार की लड़ाई नहीं है, बल्कि यह हर उस लड़की और महिला की लड़ाई है जो असुरक्षित महसूस करती है। उन्होंने सरकार से तत्काल कार्रवाई करने की अपील की और कहा कि इसे एक उदाहरण बनाना चाहिए कि ऐसे अपराधों के खिलाफ हमारी सरकार सख्त है।
प्रियंका ने यह भी कहा कि पीड़िता की बहन ने बार-बार पुलिस और अधिकारियों से न्याय की मांग की, लेकिन हर बार उन्हें निराशा हाथ लगी। इस स्थिति में, प्रियंका गांधी ने यह सुनिश्चित करने की बात की कि अपराधियों को सजा मिले और पीड़िता के परिवार को जल्द से जल्द न्याय मिले।"जब एक बच्ची अकेले अपने मुकदमे के लिए एक से दूसरे जिले तक यात्रा करती है, तो यह हमारे समाज की मानसिकता को दर्शाता है। यह लड़ाई सिर्फ उस लड़की की नहीं, बल्कि देश की हर बेटी की है, और हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम उसे न्याय दिलाने के लिए कदम उठाएं।"प्रियंका गांधी का यह बयान देशभर में महिला सुरक्षा और न्याय व्यवस्था पर महत्वपूर्ण सवाल खड़े करता है। यह मुद्दा अब एक बार फिर केंद्र में आ गया है, और उम्मीद की जा रही है कि सरकार इस मामले में तुरंत कार्रवाई करेगी, ताकि पीड़िता के परिवार को मिल सके वह न्याय, जिसके वे पांच साल से हकदार हैं।