Unnao News: साक्षी महाराज का फेसबुक पोस्ट, शिव मंदिर जीर्णोद्वार में बाधा डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
Unnao News: उन्नाव लोकसभा क्षेत्र के बीघापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम रानीपुर में स्थित प्राचीन शिव मंदिर के जीर्णोद्वार में कुछ कट्टरपंथियों द्वारा व्यवधान डालने की सूचना सांसद साक्षी महाराज ने फेसबुक पोस्ट कर दी है।
Unnao News: उन्नाव सांसद साक्षी महाराज ने फेसबुक पर एक पोस्ट साझा की है, जिसमें उन्होंने शिव मंदिर जीर्णोद्वार में बाधा डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। साक्षी महाराज ने अपने पोस्ट में इस मुद्दे पर गहरी चिंता व्यक्त की है और अधिकारियों से कार्रवाई करने का आग्रह किया है। साक्षी महाराज के इस पोस्ट के पीछे क्या मकसद है, इसके बारे में अधिक जानकारी नहीं मिली है, लेकिन यह माना जा रहा है कि उनका उद्देश्य शिव मंदिर के जीर्णोद्वार के काम में आ रही बाधाओं को दूर करना और इस महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल की मरम्मत को पूरा करना है।
बता दें की उन्नाव लोकसभा क्षेत्र के बीघापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम रानीपुर में स्थित प्राचीन शिव मंदिर के जीर्णोद्वार में कुछ कट्टरपंथियों द्वारा व्यवधान डालने की सूचना सांसद साक्षी महाराज ने फेसबुक पोस्ट कर दी है। भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से इस मामले पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
साक्षी महाराज ने फेसबुक पोस्ट मे लिखा कि उन्हें जानकारी मिली है कि शिव मंदिर के जीर्णोद्वार कार्य में कुछ अराजक तत्व बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। इस पर उन्होंने तत्काल जिला प्रशासन और संबंधित अधिकारियों से बातचीत की और स्पष्ट किया कि प्राचीन शिव मंदिर के जीर्णोद्वार के लिए सभी आवश्यक अनुमतियाँ प्रदान की गई हैं। साक्षी महाराज ने बताया कि रानीपुर शिव मंदिर का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ होगा। जो स्थानीय श्रद्धालुओं और क्षेत्र के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल बनेगा। सांसद ने सभी सनातनी प्रेमियों को इस कार्य के लिए बधाई और शुभकामनाएं दीं।
क्या था मामला
उन्नाव के बीघापुर थानाक्षेत्र के रानीपुर गांव में एक वर्ग के कुछ लोगं 70 साल पुराने हिंदुओं के आस्था के प्रतीक अर्धनिर्मित शिव मंदिर की स्लैब और निर्माण कराने का विरोध कर रहे थे। एक पखवाड़े में दोनों पक्ष खुलकर आमने-सामने आ गए थे। गांव में एक वर्ग की संख्या अधिक होने से वह हिंदुओं को रास्ते से निकलने और धार्मिक कार्यक्रमों में अड़चन डाल रहे थे। कोई बड़ा कदम न उठे यह देख व पुलिस ने दोनों पक्षों से 30 लोगों को पाबंद भी किया था। मामला सोशल मीडिया पर चलने के बाद मामले ने तूल पकड़ा। फिर सोमवार को नर सेवा नारायण सेवा के संस्थापक अध्यक्ष विमल द्विवेदी और हिंदू संगठन के अन्य द नेताओं के पहुंचने के बाद मामला और गर्माया था।
हिंदू नेता ने ग्रामीणों से बात ही की थी तो पता चला था कि मंदिर करीब 70 साल पुराना है। सबसे पहले चबूतरा बना था। उसी में शंकरजी की मूर्ति थी। बाद में लोगों ने बनवाने का प्रयास किया,लेकिन एक वर्ग के लोगों ने बनने नहीं दिया। इसके बाद विमल द्विवेदी ने एसडीएम के सदर क्षितिज द्विवेदी से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी दी थी। एसडीएम ने नक्शा निकलवाकर जांच की तो पता चला कि मंदिर और मस्जिद दोनों ही आबादी की जमीन ( भूमि संख्या 691) पर हैं। दोनों की दूरी करीब 100 मीटर है।