Unnao: ईद को लेकर बाजारों में बढ़ी रौनक, बच्चों संग खरीदारी कर रहे रोज़ेदार

Unnao:मुकद्दस रमजान के आखिरी अशरे में जहां रोजेदार इबादत में मसरूफ है, वहीं ईद के चंद दिन बचे रहने पर खरीदारी भी जमकर हो रही है।

Report :  Shaban Malik
Update: 2024-04-08 09:26 GMT

उन्नाव में ईद की खरीदारी को लेकर बाजारों में बढ़ी रौनक (न्यूजट्रैक)

Unnao News: मुकद्दस रमजान में खुदा की इबादत में मशगूल रहने वाले रोजेदार अब ईद की तैयारियों में जुट गए हैं। मुस्लिम बाहुल क्षेत्रों में देर रात तक भीड़ देखी जा रही है। इफ्तार के बाद से ही दुकानों में लोगों की भीड़ उमड़ रही है। जिसके चलते बाजारों में चहल-पहल बढ़ गई है। मुकद्दस रमजान के आखिरी अशरे में जहां रोजेदार इबादत में मसरूफ है, वहीं ईद के चंद दिनो बचे रहने पर खरीदारी भी जमकर हो रही है। ईद की सिवईयां बाजार में नजर आने लगी है।

वहीं कपड़ा, टोपी, रूमाल, इत्र, सुरमा, जूते चप्पल, चुड़ी की दुकानों पर खरीदारों की भीड़ उमडऩे लगी है। रोजेदारों की मानें तो रोजा रखकर दिन में खरीदारी नहीं कर पाते हैं। ऐसे में वह इफ्तार के बाद बाजारों में ईद की खरीदारी के लिए आ जाते हैं। शहर के दादामियां चौराहे में ईद की खरीदारी कर रहे सपा अल्पसंख्यक जिला अध्यक्ष नियाज खान ने बताया कि रमजान का आखिरी अशरा चल रहा है। ऐसे में दिन भर खुदा की इबादत में मशगूल रहते हैं। इसलिए इफ्तार के बाद बेटी महाम के साथ खरादारी करने के लिये आ जाते है।

डिजाइनर कुर्तों की बड़ी डिमांड

अधिकतर युवा कुर्ता-पाजामा के लिए खादी के कपड़े को पसंद कर रहे हैं। खादी का कुर्ता-पाजामा युवाओं को लुभा रहा है। अलग-अलग डिजाइन में उपलब्ध कुर्ता पाजामा की कीमत 500 रुपए से लेकर तीन हजार रुपए तक है। मंहगा होने के बावजूद इस ईद पर युवा खादी को ही अधिक पसंद कर रहे हैं। बाजारों में एक्सक्लूसिव, खद्दर, चिकनकारी, मिक्स एंड मैच, पोलिस्टर सहित कई प्रकार के कपड़े बाजार में मौजूद है, लेकिन इस बार युवाओं में खादी का अधिक क्रेज है।

ईद आने के साथ ही बाजारों में डिजाइनर कुर्तों की मांग बढ़ गई है। खादी कुर्ता-पाजामा युवाओं को अधिक लुभा रहा है। इसकी कीमत 550 रुपए से लेकर 3000 रुपए तक है। दुकानदारों की माने तो अन्य साल के मुकाबले इस ईद पर मुस्लिम युवा चिकनकारी व खादी को काफी पसंद कर रहे हैं। शहर के धवन रोड में बेटे हादी व हम्माद के साथ ईद की खरीदारी कर रहे ऊंटसार निवासी फिरोज कमाल ने बताया कि इस बार मंहगाई अधिक होने की वजह से ईद की खरीदारी जरूरत के हिसाब से ही की है।

ड्राई फ्रूटस के दामों में लगी आग

इस बार ईद के मौके पर सबसे अधिक दाम ड्राई फ्रूटस के दामों पर बढ़े हुए है। बादाम, काजू, किशमिश, अखरोट, छुहारा के अलावा अन्य ड्राई फ्रूटस के दाम इस बार करीब 25 फीसदी महंगे हो गए हैं। अनवार नगर के रहने वाले समाजसेवी वहीद अहमद (संजू) अपने बच्चों मोईन, महक व रमशां संग ईद पर खरीदारी करने आये उनका कहना है कि त्योहार तो मनाना है। इस बार कुछ कम ड्राई फ्रूटस का उपयोग करेंगे।

आखिरी अशरे में मस्जिदों में इबादत का दौर

उधर, तल्ख धूप, गर्मी और उमस के बावजूद ईद को लेकर बुजुर्गों, महिलाओं, युवाओं के साथ ही बच्चों में भी उत्साह नजर आ रहा है। रमजान के अन्तिम अशरे में लोग इबादत पर खासा जोर दे रहे है। मस्जिदों में भी शाम को नमाजियों की भीड़ देखने को मिल रही है। वार्ड नम्बर 30 के सभासद मेराज अहमद बताते हैं कि आखिरी अशरा 21वें रोजे से शुरू होकर चांद के हिसाब से 29वें या 30 वें रोजे तक चलता है। ये अशरा सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। आखिरी अशरे में ’ऐतकाफ’ करने घर बार छोड़कर मस्जिदों में पूरी रात लोग अल्लाह की इबादत में जुटे हुए हैं।

बच्चों में अब तो हो रहा है ईद का इंतज़ार

बच्चों को बड़ी बेसब्री से इस बात का इंतजार है कि चांद दिख जाए या चांद दिखने की तस्दीक हो जाए तो ईद मनाने का मौका मिले। मुकद्दस रमजान के दौरान भी बच्चों की खूब मौज रही। अनेक बच्चों ने तो इस दौरान रोजा भी रखा। पूरे दिन रोजा के बाद शाम को इफ्तार के दौरान लजीज व्यंजन का जायका भी लिया। मगर अब तो उन्हें ईद का इंतजार है। आम तौर पर बच्चे कम ही नमाज पढ़ने के लिए जाते हैं लेकिन ईद की नमाज में अपने परिवार के बड़े लोगों के साथ ईदगाह पर होने वाली नमाज में जरूर शामिल होते हैं। ईदगाह के बाहर लगने वाला मेला बच्चों के लिए खास आकर्षण रहता है। सिर्फ बच्चों में ही नहीं बल्कि युवाओं और महिलाओं में भी ईद को लेकर उत्साह दिखाई दे रहा है। अपने परिवार के रोजेदारों को शाम के समय इफ्तार कराने बाद तमाम महिलाएं भी ईद की खरीदारी के लिए बाजार का रुख कर रही हैं। ऐसे में शाम ढलने के बाद बाजार की रौनक काफी बढ़ गई है।

कब मनायी जाएगी ईद

चांद दिखाई देने पर ईद-उल-फितर 10 या 11 अप्रैल को मनाई जा सकेगी। ऐसे में बाजार में इत्र, सुरमा, टोपी, मुशल्ला, खजूर, नारियल, ड्राई फ्रूट, की बिक्री भी परवान पर है। माहे रमजान के आखिरी अशरे में लोग अपने माल की ज़कात भी दे रहे हैं। ताकि गरीब और जरुरतमंद लोग भी ईद की खुशियां मना सके। ईद का त्योहार नज़दीक है इसे लेकर नगर सहित जिले के अन्य बाजारों में भी तैयारी तेज़ हो गयी है। बाजारों मे जहां खरीदारी परवान पर है वहीं हर गली मोहल्ले में खुशी का मौहाल देखने को मिल रहा है। 

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