Unnao News: अधिवक्ता के घर लूट का 48 घंटे में लूट का खुलासा, सभी सात आरोपी गिरफ्तार
Unnao News: उन्नाव सदर कोतवाली के किला क्षेत्र में 10 नवंबर की सुबह ग्राहक बनकर आए कुछ लोगों ने इनकम टैक्स के वकील सैयद कैमुल हसन जैदी को उनके घर पर बंधक बनाकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था।
Unnao News: वकील के घर तमंचे की नोक पर लूटपाट करने वाले सभी आरोपियों को पुलिस ने 48 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया है। कल पुलिस ने मुठभेड़ के बाद 3 लुटेरों को पकड़ा था। घटना में शामिल 4 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा कर दिया है। लूट की साजिशकर्ता वकील के घर में काम करने वाली नौकरानी ही निकली जिसने अपने प्रेमी और उसके दोस्तों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने आरोपियों के पास से वकील के घर से लूटी गई रकम, जेवरात, अवैध हथियार और एक कार बरामद की है। एसपी दीपक भूकर ने प्रेस कांफ्रेंस कर घटना का खुलासा किया है।
एसपी दीपक भूकर ने बताया कि सभी सात आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उन्नाव सदर कोतवाली के किला क्षेत्र में 10 नवंबर की सुबह ग्राहक बनकर आए कुछ लोगों ने इनकम टैक्स के वकील सैयद कैमुल हसन जैदी को उनके घर पर बंधक बनाकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था। जिसके बाद एसपी उन्नाव दीपक भूकर ने मामले के खुलासे के लिए कई टीमें लगाई थीं। पुलिस और एसओजी टीम ने मुठभेड़ के बाद करीब 36 घंटे में लूट के 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की पहचान और पूछताछ के आधार पर आज 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। एसपी दीपक भूकर ने मंगलवार को पुलिस लाइन सभागार में खुलासा करते हुए बताया कि शहर के छिपियाना मोहल्ला निवासी वकील सैयद कयमुल्लाह हसन जैदी के बेटे फराज जैदी की 18 अक्टूबर को शादी थी। घर पर काम करने वाली नौकरानी आफरीन को घर में करोड़ों के जेवरात होने की सूचना मिली थी।
आफरीन ने शहर के एबी नगर मोहल्ला निवासी अपने प्रेमी मेराज के साथ मिलकर डकैती की योजना बनाई। फिर मेराज ने दूसरे जिलों में रहने वाले अपने शातिर लुटेरे दोस्तों को उन्नाव बुला लिया। घटना से तीन दिन पहले मुजफ्फरनगर सिविल लाइंस के मोहल्ला मल्लूपुरा निवासी शातिर इरशाद सैफी पुत्र हाजी राशिद, गौतमबुद्धनगर थाना दादरी के गांव रामपुर फतेहपुर निवासी रविंद्र कसाना पुत्र विनयपाल, इसी गांव निवासी रिंकू पुत्र गजेंद्र और दनकौर थाना क्षेत्र के गांव चिरसी निवासी आदेश पुत्र राजेंद्र व नितिन भाटी पुत्र संतराम कार से मेराज के घर पहुंचे थे। रविवार सुबह नौकरानी आफरीन के साथ बनाई गई योजना के अनुसार तीन लुटेरे इरशाद सैफी, रविंद्र कसाना व रिंकू ग्राहक बनकर वकील के घर पहुंचे और उन पर तमंचा तानकर वारदात को अंजाम दिया। जबकि अन्य लुटेरे घर के बाहर ही खड़े रहे।
पुलिस ने लूट का मामला दर्ज कर जांच शुरू की और नौकरानी आफरीन को गिरफ्तार किया तो उसने जुर्म कबूल कर लिया। उसके बाद सोमवार को पुलिस से मुठभेड़ के दौरान तीनों लुटेरों के पैर में गोली लगने से मेराज, रविंद्र और इरशाद घायल हो गए। पुलिस को देखकर कार सवार रिंकू, आदेश और नितिन भाटी भाग गए। लेकिन देर रात पुलिस ने करोवन रेलवे क्रॉसिंग के पास से रिंकू, आदेश और नितिन को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि 18 अक्टूबर को वकील के बेटे फराज जैदी की शादी के बाद बहू घर आई थी, जिससे नौकरानी आफरीन को पता था कि घर में करोड़ों के हीरे और अन्य जेवरात मौजूद हैं। फिर आफरीन ने अपने साथी के साथ मिलकर डकैती की योजना बनाई। लेकिन उसे यह नहीं पता था कि बेटे की शादी के बाद वकील ने घर में मौजूद जेवरात बैंक लॉकर में रख दिए हैं।
उधर, बाहरी जिलों से वारदात को अंजाम देने आए शातिर लुटेरे जेवरात हाथ नहीं लगा पाए और वारदात को अंजाम देने के बाद पुलिस के हत्थे भी चढ़ गए। एसपी दीपक भूकर ने बताया कि डकैती में शामिल तीनों लुटेरों पर पहले से कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। जिसमें लुटेरे इरशाद सैफी पर पांच, रविन्द्र पर दो और आदेश पर पांच मुकदमे अलग-अलग जिलों में दर्ज हैं, अन्य आरोपियों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। वारदात में रिंकू के पिता गजेन्द्र के नाम की कार का प्रयोग किया गया था। एसपी ने बताया कि अब पकड़े गए आरोपियों पर जल्द ही गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी।