Unnao: SP ऑफिस बाहर आत्मदाह करने वाले परिवार को आर्थिक मदद, 50 हजार की राशि और पक्का आवास मिला
Unnao News: जमीनी विवाद को लेकर 27 दिसंबर को एसपी ऑफिस परिसर में एक शख्स ने आत्मदाह कर लिया था। जिला प्रशासन ने उसकी 8 मांगे पूरी की। प्रमाण पत्र के साथ-साथ विधायक ने आर्थिक मदद भी की।
Unnao News: यूपी के उन्नाव में एसपी ऑफिस परिसर में पुरवा कोतवाली क्षेत्र के भूलेमऊ गांव निवासी एक युवक ने बीते दिनों आत्मदाह किया था। झुलसे युवक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। करीब 13 दिन पहले आत्मदाह की इस घटना पर मंगलवार (09 जनवरी) को जिला प्रशासन ने संज्ञान लिया। मृतक की पत्नी से प्रशासन ने लिखित आश्वासनों में 8 मांगों को पूरा किया।
इस बाबत विधायक, एसडीएम और सीओ ने प्रमाण पत्र सौंपे। विधायक ने कहा, जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। विधायक ने पूर्व विधायक और सपा नेताओं पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'ये लोग केवल राजनीतिक रोटियां सेंकते हैं।'
मृतक परिवार को क्या मिला?
पुरवा कोतवाली क्षेत्र के भूले मऊ गांव निवासी श्रीचंद्र पुत्र राम स्वरूप ने बीते वर्ष 27 दिसंबर को जमीनी विवाद में एसपी ऑफिस परिसर में आत्मदाह कर लिया था। उस वक़्त परिजनों ने प्रशासन द्वारा लिखित आश्वासन के बाद शव का दाह संस्कार कर दिया था। इस आश्वासन में प्रशासन ने मृतक की पत्नी के नाम भूमि विरासत, पीएम किसान सम्मान निधि, अंत्योदय राशन कार्ड, आबादी से सटे क्षेत्र में 1260 वर्ग मीटर भूमि का पट्टा, मृतक की पत्नी को पेंशन, पीएम आवास, शौचालय, महिला बाल विकास द्वारा लाभ को पूरा किया है।
विधायक अनिल सिंह ने दिए 50 हजार
तहसील सभागार में क्षेत्रीय विधायक अनिल सिंह, एसडीएम रणवीर सिंह, सीओ सोनम सिंह, तहसीलदार तरुण प्रताप सिंह और सप्लाई इंस्पेक्टर चंदा गुप्ता ने मृतक की पत्नी संध्या और पुत्र श्रेयांश को पूरी हुई मांगों के प्रमाण पत्र सौंपे। विधायक अनिल सिंह (MLA Anil Singh) ने 50 हजार रुपए की अपने निजी कोष से भी आर्थिक सहायता राशि दी है।
मृतक की CDR निकलवाई जा रही, नहीं बख्शेंगे
विधायक अनिल सिंह ने कहा, 'मृतक की सीडीआर निकलवाई जा रही है। जिसने भी मृतक को आत्मदाह के लिए उकसाया होगा, उसकी जांच होगी। दोषी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की कार्रवाई भी की जाएगी। पूरे प्रकरण की बारीकी से जांच की जा रही है। उन्होंने कहा, जो भी प्रशासनिक अधिकारी संलिप्त होगा, जांच के आधार पर उसके भी विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। विधायक ने कहा, बीजेपी सरकार में कोई दोषी बख्शा नहीं जाता है। विधायक ने क्षेत्रवासियों से अपील की है कि, इस तरह का कोई घातक कदम न उठाएं। अगर, प्रशासनिक अमला सुन नहीं रहा है तो मुझसे बताएं। उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।'
विधायक ने सपा पर साधा निशाना
विधायक अनिल सिंह ने आगे कहा, 'समाजवादी पार्टी ढोलक-मजीरा लेकर पहुंच जाते हैं। राजनीतिक रोटियां सेकते हैं। पीड़ित परिवार की उन लोगों ने क्या सहायता की? उन्होंने 10 रुपए तो दिया नहीं। उन लोगों ने वहां आकर बैठकर सिर्फ नौटंकी की। सपाइयों की मानसिकता इतनी खराब है कि, किसी की मौत पर भी राजनीति करने लगते हैं। विधायक ने ये भी कहा, मैंने कभी किसी की मौत पर राजनीति नहीं की।'
पापा से मिलने की रट लगाए है मासूम
मृतक श्रीचंद्र का 4 वर्षीय बेटा श्रेयांश अभी भी मां और चाचा मूलचंद्र से यही कह रहा है मुझे पापा के पास ले चलो। मुझे पापा के पास जाना है। पापा को चोट लगी थी। पापा कहां हैं? ये सुनकर पूरा परिवार मायूस है। घर के सभी लोग मासूम को समझा रहें हैं। आश्वासन दे रहे हैं पापा बाहर गए हैं आ जाएंगे।
संध्या के माथे से उजड़ा सिंदूर
मृतक के पिता राम स्वरूप बताते हैं कि, 'संध्या घर की सबसे छोटी बहू है। घर में हमेशा खिली-खिली रहने वाली, सबको हंसाने वाली, सबसे छोटी बहू घर की रौनक थी। लेकिन, इस घटना के बाद से वो बिलकुल मायूस हो गई है। घर में अब किसी से बातचीत नहीं करती। गुमसुम बैठी रहती है। एकटक अपने बेटे श्रेयांश को निहारा करती है। पिता बताते हैं कि बेटे की मौत के बाद से घर वीरान हो गया है।