Unnao News: एमरजेंसी वार्ड मे एक बेड पर तीन मरीज, झगड़ा कर रहे तीमारदार

Unnao News: जिला अस्पताल की ओपीडी में इन दिनों पांच सौ से अधिक मरीजों ने पंजीकरण कराया है। सबसे अधिक भीड़ फिजीशियन ओपीडी में रही।

Report :  Shaban Malik
Update:2024-03-27 15:02 IST

viral fever in Unnao   (photo: social media )

Unnao News: उन्नाव मे शहर से लेकर गांव तक वायरल बुखार का कहर तेजी से फैल रहा है। हर घर में लोग बुखार की चपेट में हैं। सरकारी अस्पतालों के बेड बुखार के मरीजों से भरे पड़े हैं।

मरीजों की संख्या अधिक होने से एक बेड पर दो-तीन मरीजों को भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। इधर होली पर्व पर कई जगह हुई मारपीट, एक्सीडेंट के हादसों में घायल अस्पताल पहुँचे तो संख्या और बढ़ गई। बेड पर मरीज अधिक होने के चलते तीमारदार झगड़ा तक कर रहे हैं।

होली पर्व पर उन्नाव के अलग अलग थाना क्षेत्रों में मारपीट, एक्सीडेंट की घटनाएं हुई है। हादसों में कई लोग घायल भी हुए है। जिसमें कुछ लोगों ने निजी अस्पताल में उपचार कराया तो कई घायल सीधे जिला अस्पताल पहुँचे है। अस्पताल में घायलों की संख्या अधिक होने पर इमरजेंसी वार्ड में एक बेड पर दो से तीन मरीजों को लिटाया गया है। अधिक संख्या होने पर वार्ड में मरीजों और उनके तीमारदारों ने झगड़ा तक किया है। मरीजों का वीडियो बनाकर किसी ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया तो स्वास्थ्य महकमे की पोल खुल गई। जिम्मेदार अधिकारी सीएमओ ने भी इस मामले पर कुछ भी बोलने से कतराते रहे।

ओपीडी में भी उमड़ रही भीड़

जिला अस्पताल की ओपीडी में इन दिनों पांच सौ से अधिक मरीजों ने पंजीकरण कराया है। सबसे अधिक भीड़ फिजीशियन ओपीडी में रही। फिजीशियन डा. कौशलेंद्र की ओपीडी में भी अधिक मरीज पहुंचे। सुबह नौ बजे से ही ओपीडी के बाहर मरीजों की लाइन लग जाती है। डा. कौशलेंद्र के अनुसार इन दिनों सबसे अधिक मरीज वायरल बुखार के आ रहे हैं।

तरल पदार्थ का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें मरीज

मरीजों को सलाह दी जा रही है कि वह खुले में रखी चीजों का सेवन न करें। तरल पदार्थ का सेवन अधिक करें। सड़े गले फल न खाएं। ठंडा पानी व एसी से परहेज करें। उल्टी या पेट दर्द की शिकायत होने पर फौरन चिकित्सक से संपर्क करें। चिकित्सक की सलाह पर ही दवा का सेवन करें।

इमरजेंसी वार्ड में लगाए गए अतिरिक्त बेड

जिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ने पर भर्ती मरीजों की संख्या भी बढ़ जाती है। ऐसे में अक्सर बेड कम पड़ जाते हैं और इमरजेंसी वार्ड में अतिरिक्त बेड लगाकर मरीजों को भर्ती कराया जाता है। संख्या बढ़ने से एक बेड पर दो दो मरीजों को लिटाया गया। गैलरी में तीन एक्स्ट्रा बेड भी डलवाए गए थे। नए मरीजों को भर्ती करने के लिए इमरजेंसी वार्ड से कुछ मरीजों को जनरल वार्ड में भी शिफ्ट करना पड़ा।

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