इस मामले में UP होगा पहला राज्य, सत्ता पक्ष-विपक्ष एक दूसरे को पटखनी देने को तैयार

कोरोना संकट से जूझ रहे उत्तर प्रदेश में आगामी 20 अगस्त से होने वाले मानसून सत्र के लिए जहां सरकार की तरफ से तैयारियां की जा रही हैं वहीं विपक्ष भी सरकार को घेरने के लिए तैयार है।

Update: 2020-08-08 06:38 GMT
इस मामले में UP होगा पहला राज्य, सत्ता पक्ष-विपक्ष एक दूसरे को पटखनी देने को तैयार

लखनऊ: कोरोना संकट से जूझ रहे उत्तर प्रदेश में आगामी 20 अगस्त से होने वाले मानसून सत्र के लिए जहां सरकार की तरफ से तैयारियां की जा रही हैं वहीं विपक्ष भी सरकार को घेरने के लिए तैयार है। यूपी देश का ऐसा पहला राज्य होगा जहां पर विधानसभा सत्र का आयोजन किया जा रहा है। सोशल डिस्टेस्टिंग के साथ यह सत्र गुरुवार 20 अगस्त को सुबह 11:00 बजे से विधान सभा मंडप में आहूत किया जाएगा। विधानसभा का मानसून सत्र तीन चार दिन का ही हो सकता है।

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योगी सरकार ने विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए अपने मंत्रियों से कह दिया है

योगी सरकार ने विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए अपने मंत्रियों से कह दिया है कि वह सदन में तैयारी के साद्य आए। जबकि अधिकारियों से भी कहा गया है कि वह सरकार की उपलब्धियों को डाटा तैयार करे मंत्रियों के पास समय से पहुंचा दे। विधानसभा के इस सत्र में विपक्षी दल कानून-व्यवस्था, सड़क, सफाई, बिजली, स्वास्थ्य व रोजगार आदि मुद्दे सदस्य उठा सकते हैं। इसके अलावा पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठ सकते हैं।

सरकार की तरफ से कहा गया है

सरकार की तरफ से कहा गया है कि ऐसे में अपने विभाग से संबंधित मामलों को चिन्हित कर उनका जवाब तैयार मुख्यमंत्री व संसदीय कार्यमंत्री के साथ-साथ नेता सदन विधान परिषद को उपलब्ध करवा दें ताकि सरकार सदस्यों के सवालों का समुचित जवाब दे सके। वही पिछले काफी दिनों से बीमार चल रहे नेता प्रतिपक्ष रामगोबिन्ध चौधरी भी स्वस्थ हो गये है। वह भी इस सत्र में उपस्थिति रहेगें। सत्रके दौरान अनुपूरक बजट भी रखा जा सकता है। इसके अलावा कुछ विधेयक भी पारित होने की पूरी संभावना है।

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राज्य सरकार ने सभी विभागों के अपर मुख्य सचिवों व सचिवों से कहा है कि सत्र के दौरान प्रश्नकाल व शून्य प्रहर में विभागों से संबंधित मामले उठाए जा सकते हैं। ऐसे में सभी मंत्री समय सदन में उपस्थित रहकर सरकार का पक्ष समुचित रूप से प्रस्तुत करें। इस बार भाजपा विधायक दल के नए मुख्य सचेतक योगेंद्र उपाध्याय होंगे। मुख्य सचेतक पद बुलंदशहर के विधायक वीरेंद्र सिरोही के निधन के कारण रिक्त था। मानसून सत्र से पहले रिक्त पद पर उपाध्याय की तैनाती को काफी अहम माना जा रहा है। इससे पहले इसी साल विधानसभा का सत्र 13 फरवरी से शुरू होकर 28 फरवरी तक चला था जिसमें सरकार की तरफ से मसान्य बजट प्रस्तुत किया गया था।

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