UP Monsoon Session: यूपी विधानसभा में कृषि मंत्री शाही से सपा विधायक अनिल प्रधान की भिड़ंत, अध्यक्ष महाना ने किया बाहर
UP Monsoon Session: विधानसभा अध्यक्ष ने नाराजगी भरे लहजे में अनिल प्रधान को चेतावनी भी दी। उन्होंने विधायक को सदन से बाहर करने का निर्देश सुना दिया। इसके बाद विधायक अनिल प्रधान को सदन से बाहर कर दिया गया।
UP Monsoon Session: उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन आज विपक्ष ने कई मुद्दों को उठाकर सरकार को घेरा। विपक्ष की ओर से गोमती नगर इलाके में बारिश के बाद युवती से की गई छेड़छाड़ का मुद्दा भी उठाया गया। आज की कार्यवाही के दौरान एमएसपी पर चर्चा के समय कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के जवाब के समय सपा विधायक अनिल प्रधान के व्यवहार से विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना नाराज हो गए और उन्होंने पहली बार विधायक बने अनिल प्रधान को सदन से बाहर करने का फरमान सुना दिया। हालांकि बाद में बाकी विधायकों के अनुरोध करने पर अनिल प्रधान को सदन में लाया गया।
शाही के जवाब से भड़के सपा विधायक प्रधान
दरअसल, मानसून सत्र के चौथे दिन कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही एक सवाल का जवाब दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि 2006 से 2014 तक स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को कूड़े में डाल दिया गया। इस आयोग की 90 फीसदी सिफारिशों को लागू करने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। उन्होंने यह भी बताया कि यूपीए सरकार के समय गेहूं की एमएसपी 1400 रुपए थी।
इसी दौरान सपा विधायक अनिल प्रधान खड़े हो गए और कृषि मंत्री शाही को अंगुली दिखाते हुए तेज आवाज में बोलने लगे। इसके बाद सदन में शोरगुल शुरू हो गया। पहली बार विधायक बने अनिल प्रधान के इस रवैए से विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना खफा हो गए।
अध्यक्ष ने सपा विधायक को किया बाहर
विधानसभा अध्यक्ष ने नाराजगी भरे लहजे में अनिल प्रधान को चेतावनी भी दी। उन्होंने विधायक को सदन से बाहर करने का निर्देश सुना दिया। इसके बाद विधायक अनिल प्रधान को सदन से बाहर कर दिया गया। विधानसभा अध्यक्ष का कहना था कि जब मंत्री जवाब दे रहे हैं तो बात करने का यह सही तरीका नहीं है। हालांकि विपक्ष की ओर से यह सवाल पूछा गया कि अनिल प्रधान ने असंवैधानिक क्या कहा है। बाद में विपक्ष के अन्य सदस्यों के अनुरोध पर अनिल प्रधान को सदन में आने की अनुमति दे दी गई।