UP Politics : यूपी भाजपा में क्या बड़े बदलाव की तैयारी?

UP Politics : प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने आज 17 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इससे एक दिन पहले चौधरी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। अब भूपेंद्र चौधरी की मुलाकात गृह मंत्री अमित शाह से हो रही है।

Report :  Neel Mani Lal
Update: 2024-07-17 15:43 GMT

UP Politics : उत्तर प्रदेश भाजपा में कुछ तो चल रहा है। संगठन में बदलाव की आहट है। प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने आज 17 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इससे एक दिन पहले चौधरी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। अब भूपेंद्र चौधरी की मुलाकात गृह मंत्री अमित शाह से हो रही है। इसके पहले डिप्टी सीएम केशव मौर्य की दिल्ली में मुलाकातें हुईं थीं। इधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुलाकात लखनऊ में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से हुई है।

इन मुलाकातों के सियासी मायने निकाले जाने लगे हैं। इसकी वजहें भी हैं। यूपी में लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद भाजपा को करारा झटका लगा है। पार्टी के नेताओं की बयानबाजी से उथल-पुथल मची है। सवाल उठ रहे हैं, कि क्या प्रदेश भाजपा में सब कुछ ठीक चल रहा है? लखनऊ से दिल्ली के बीच चल रही भाजपा नेताओं की बैठकों को प्रदेश संगठन में बदलाव के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है। वैसे बैठकों को लेकर पार्टी की तरफ से कोई बयान नहीं आया है। जो कुछ है अटकल ही है लेकिन इस अफरातफरी के मायने जरूर हैं।

हर चीज के सियासी मायने

क्रोनोलॉजी को देखें तो पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ लगभग एक घंटे तक बातचीत करने के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पार्टी मुख्यालय से चले गए। फिर थोड़ी ही देर बाद प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी जेपी नड्डा के साथ मुलाकात करने के लिए पार्टी मुख्यालय पहुंचे। बताया जा रहा है कि केशव प्रसाद मौर्य और जेपी नड्डा के बीच लगभग एक घंटे तक हुई मुलाकात में उत्तर प्रदेश के राजनीतिक हालात, लोकसभा चुनाव के नतीजे, प्रदेश सरकार के कामकाज, प्रदेश में संगठन और सरकार के बीच तालमेल एवं समन्वय सहित कई मुद्दों पर व्यापक चर्चा हुई है।

इधर लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दस विधानसभा सीटों पर होने वाले उप-चुनाव को लेकर आज मंत्रियों से बैठक की। मुख्यमंत्री ने 10 मंत्रियों की ड्यूटी ये जानने के लिए लगाई थी कि उपचुनाव में किन लोगों को टिकट दिया जा सकता है, जिन क्षेत्रों में चुनाव होने जा रहा है, वहां क्‍या काम बाकी हैं।

क्या कुछ हो सकता है?

2017 में भाजपा को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत हासिल हुई थी, उस समय केशव प्रसाद मौर्य ही उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे। माना जा रहा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले भाजपा उत्तर प्रदेश में अध्यक्ष के चेहरे में बदलाव कर सकती है और इस लिहाज से जेपी नड्डा की केशव प्रसाद मौर्य और भूपेंद्र चौधरी के साथ मुलाकात को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। समझा जाता है कि संगठन के कुछ चेहरे हटाए जा सकते हैं, उनकी जगह पर कुछ नए चेहरों को मौका दिया जा सकता है। संभावना है कि जिन लोगों का परफॉर्मेंस बहुत अच्छा नहीं रहा उनको सबसे पहले हटाया जाए।

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