UP Board: यूपी बोर्ड के पाठ्यक्रम में फिर बड़ा बदलाव, वीर सावरकर समेत 50 महापुरुषों से जुड़े अध्याय किए गए शामिल
UP Board: उत्तर प्रदेश के छात्रों के लिए बड़ी खबर है। एक बार फिर पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया है। अब छात्र वीर सावरकर समेत 50 महापुरुषों को विषय में पढ़ेंगे।
UP Board: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद बोर्ड यानी यूपी बोर्ड ने अपने पाठ्यक्रम में एक और बड़ा बदलाव किया है। बोर्ड ने कक्षा 9वीं से 12वीं तक के सिलेबस में महान स्वतंत्रता सेनानी विनायम दामोदार सावरकर यानी वीर सावरकर समेत 50 महापुरूषों के अध्याय को शामिल किया है। अब यूपी बोर्ड में पढ़ने वाले 9वीं से 12वीं तक के छात्र इन महापुरूषों की जीवनगाथा के बारे में पढ़ेंगे और समाज और देश को इनके द्वारा दिए गए योगदानों के बारे में जानेंगे। ये बदलाव इसी सत्र से अमल में आ जाएगा।
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने साल 2022 में विधानसभा चुनाव के दौरान लोक कल्याण संकल्प पत्र में महापुरूषों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की जीवन गाथा यूपी बोर्ड के सिलेबस में शामिल करने का वादा किया था। कई बीजेपी शासित राज्य सरकारें ऐसा कर चुकी हैं। यूपी में भी लंबे समय से इसपर मंथन चल रहा था। जिसपर आखिरकार मुहर लग गई। अब जुलाई से छात्र-छात्राएं इसे पढ़ना शुरू कर देंगी। पाठ्यक्रम में हर क्षेत्र में योगदान देने वाले महापुरूषों को शामिल किया गया है।
किन-किन महापुरूषों को किया गया शामिल
9वीं – कक्षा 9 के सिलेबस में वीर सावरकर, चंद्रशेखर आजाद, वीर कुंवर सिंह, बिरसा मुंडा, विनोभा भावे, ईश्वरचंद विद्यासागर, गौतम बुद्ध, ज्योतिबा फूले, छत्रपित शिवाजी महाराज, बेगम हजरत महल, जगदीश चंद्र बोस और श्रीनिवास रामानुजन शामिल हैं।
10वीं – कक्षा 10वीं के सिलेबस में मंगल पांडेय, खुदीराम बोस, महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद, ठाकुर रोशन सिंह, लोकमान्य तिलक, सुखदेव और गोपाल कृष्ण गोखले शामिल हैं।
11वीं – 11वीं कक्षा के छात्र शहीद ए आजम भगत सिंह, संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर, डॉ. होमी जहांगीर भाभा, सरदार बल्लभ भाई पटेल, राम प्रसाद बिस्मल, पंडित दीन दयाल उपाध्याय, महामना मदन मोहन मालवीय, महाबीर जैन, सरोजनी नायडू, महर्षि पतंजलि, नाना साहेब, राजा राम मोहन राय, अरविंद घोष की जीवनी पढ़ेंगे।
12वीं – वहीं, 12वीं के छात्र गुरू नानक देव, रविंद्रनाथ टैगोर, रामकृष्ण परमहंस, राजगुरू, बंकिम चंद्र चटर्जी, महारानी लक्ष्मीबाई, अमर शहीद गणेश शंकर विद्यार्थी, आर्यभट्ट, रामानुजाचार्य, आदि शंकराचार्य, महाराणा प्रताप, आर्यभट्ट, पाणिनी, सीवी रमण, डॉ एपीजे अब्दुल कलाम और लाल बहादुर शास्त्री की जीवनी पढ़ेंगे।
बता दें कि एक तरफ जहां यूपी सरकार अपने राज्य के शिक्षा बोर्ड के सिलेबस में वीर सवारकर जैसे शख्सियतों को शामिल कर रही है, वहीं कर्नाटक में आई नई कांग्रेस सरकार ने पुरानी भाजपा सरकार के फैसले को पलटते हुए सिलेबस से सावरकर और संघ के संस्थापक केबी हेडगेवार से जुड़े अध्यायों को हटा दिया है।