UP Budget 2022: बजट पेश करते हुए बोले वित्त मंत्री-'..नाविक की धैर्य परीक्षा क्या, जब धाराएं प्रतिकूल न हो'

इस बार यूपी का बजट करीब 6 लाख 10 हजार करोड़ रुपए का है। जबकि, पिछला बजट करीब-करीब साढ़े पांच लाख करोड़ रुपए का था। मौजूदा बजट को यूपी के इतिहास का सबसे बड़ा बजट कहा जा रहा है।

Written By :  aman
Update:2022-05-26 12:27 IST

UP Finance Minister Suresh Khanna

UP Budget Financial Year 2022 23 Highlights : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार आज राज्य के इतिहास का सबसे बड़ा बजट पेश कर रही है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना 6 लाख करोड़ से भी अधिक का बजट पेश कर रहे हैं। बजट में युवाओं, महिलाओं और किसानों सहित समाज के सभी वर्ग के लिए सौगात देने की कोशिश की गई है। अपने संबोधन में वित्त मंत्री ने कहा, 'हमने प्रदेश में कानून का राज स्थापित किया है। स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उन्होंने कहा पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में प्रदेश का विकास हुआ।

बता दें कि, इस बार यूपी का बजट करीब 6 लाख 10 हजार करोड़ रुपए का है। जबकि, पिछला बजट करीब-करीब साढ़े पांच लाख करोड़ रुपए का था। मौजूदा बजट को यूपी के इतिहास का सबसे बड़ा बजट कहा जा रहा है। पेश है वित्तीय वर्ष 2022-2023 के बजट अनुमानों पर वित्त मंत्री सुरेश खन्ना द्वारा पेश बजट भाषण के प्रमुख अंश :--

जनता का आभार, सेवा का फिर दिया मौका  

बजट भाषण के दौरान यूपी सरकार में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा, 'भारतीय जनता पार्टी (BJP) की वर्तमान सरकार के इस द्वितीय कार्यकाल के पहले वित्तीय वर्ष 2022-2023 का बजट इस सम्मानित सदन के समक्ष प्रस्तुत करते हुए मैं प्रदेश की जनता का अभिनंदन करना चाहूंगा। जिसने हमारी सरकार के पिछले कार्यकाल में किये गये जन कल्याण और विकासोन्मुखी कार्य को देखते हुए जाति धर्म और समुदाय के समीकरण को नकार कर यूपी की विकास यात्रा को बनाये रखने के लिये बीजेपी में विश्वास कायम रखते हुए हमें एक बार फिर सेवा का अवसर प्रदान किया।'

37 साल बाद कोई पार्टी लगातार दो बार सत्ता में आई  

अपने बजटीय भाषण में वित्त मंत्री ने कहा, 'प्रदेश के इतिहास में ऐसा 37 वर्षों के बाद हुआ है, जब किसी पार्टी को लगातार दो बार प्रदेश की जनता ने सरकार बनाने के लिये चुना। इसके लिए प्रदेश की जनता आभार, जो उन्होंने हमें दोबारा मौका दिया।'  

पिछला वित्त वर्ष सतत विकास का रहा

उन्होंने कहा, 'हमारी सरकार का वर्ष 2017-2018 से 2021-2022 का कार्यकाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में सफलताओं और प्रदेश के दीर्घ कालिक व सतत विकास की नीतियों के प्रतिपादन और निष्पादन का रहा।'

उद्योग-धंधों को बढ़ावा दिया गया 

यूपी के वित्त मंत्री ने कहा, 'हमने प्रदेश में कानून का राज कायम किया। माफियाओं , गुंडों और दंगाईयों के आतंक से प्रदेश की जनता को राहत दिलाई। प्रदेश में उद्योग-धंधों को बढ़ावा दिया गया। इतना ही नहीं, आधुनिक तकनीकों के प्रयोग को शासन-प्रशासन और सामान्य जन के बीच बढ़ावा दिया गया। अवस्थापना सुविधाओं (Infrastructure Facilities) में अभूतपूर्व विस्तार किया गया।'

'वैश्विक महामारी' की चुनौती से निपटे

सुरेश खन्ना बोले, 'इस दौरान चिकित्सा सुविधाओं विशेषकर कोविड- 19 जैसी वैश्विक महामारी की चुनौती से निपटने तथा अन्य संक्रामक रोगों की रोकथाम और इलाज के क्षेत्र में विश्व स्तरीय कीर्तिमान स्थापित किए।' उन्होंने कहा, पिछले दो वर्षों में पूरे विश्व और देश के साथ उत्तर प्रदेश में कोविड -19 जैसे वैश्विक महामारी का जिसके समक्ष विश्व की बड़ी शक्तियां कहे जाने वाले देश बेबस और लाचार नजर आये, कि विभीषिका को प्रधानमंत्री और सूबे मुख्यमंत्री के मार्ग निर्देशन में बड़ी सूझ-बूझ और धैर्य के साथ सामना किया गया।'

'संकट के समय नेतृत्व की परीक्षा होती है' 

उन्होंने कहा, 'संकट के समय प्रदेश की प्रशासन तंत्र और हमारे देशवासियों ने कंधे से कंधा मिलाकर सामना किया। सब एकजुट होकर खड़े रहे। ऐसी परिस्थितियों में ही नेतृत्व की परीक्षा होती है।'

पीएम मोदी-योगी के लिए पंक्तियां पढ़ी 

इसके बाद यूपी के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा, 'यह कहने में अतिशयोक्ति नहीं होगी कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और माननीय मुख्यमंत्री ने देश और प्रदेश में अद्भुत नेतृत्व प्रदान किया। जिसकी अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना हुई। जिसके बाद सुरेश खन्ना ने दोनों नेताओं के लिए कुछ पंक्तियां समर्पित की। -

'वह पथ क्या , पथिक कुशलता क्या,

जिस पथ में बिखरे शूल न हों,

नाविक की धैर्य परीक्षा क्या

जब धाराएं प्रतिकूल न हों।। '

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