यूपी में 1995 कैडर के IAS ने मांगा वीआरएस, निजी कारणों का दिया हवाला

Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के सीनियर आईएएस अफसर मोहम्मद मुस्तफा ने अपनी सरकारी सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति मांगी है। वह वर्तमान में प्रमुख सचिव सार्वजनिक उद्यम के पद पर तैनात हैं।

Written By :  Santosh Tiwari
Update: 2024-06-13 07:31 GMT

सांकेतिक इमेज। Source - Social Media 

Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के सीनियर आईएएस अफसर मोहम्मद मुस्तफा ने अपनी सरकारी सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति मांगी है। वह वर्तमान में प्रमुख सचिव सार्वजनिक उद्यम के पद पर तैनात हैं। उन्होंने नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग में आवेदन देकर वीआरएस माँगा है। प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में इन दिनों विशेष उथल पुथल मची हुई है। ऐसे में सीनियर आईएएस अफसर का यह कदम अधिकारियों के बीच विशेष चर्चा का विषय बना हुआ है। हालाँकि, अभी वीआरएस मांगने की कोई और वजह सामने नहीं आई है। सिर्फ निजी कारणों की बात ही कही जा रही है। 

2020 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे हैं मोहम्मद मुस्तफा 

गौरतलब है कि मोहम्मद मुस्तफा वर्ष 2020 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे हैं। इसके बाद उन्हें लेबर कमिश्नर के पद पर नियुक्ति दी गई थी। एक साल इस पद पर रहने के बाद उन्हें प्रमुख सचिव सार्वजनिक उद्योग के पद पर तैनाती दे दी गई जिसके बाद से वह इसी पद पर हैं। अब उन्होंने अचानक से वीआरएस के लिए आवेदन देकर प्रशासनिक गलियारों में हलचल मचा दी है। फ़िलहाल नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग से सभी प्रक्रियाएं पूर्ण होने के बाद एवं सम्बंधित विभागों की एनओसी लेने के बाद करीब 2-3 महीने में उनका वीआरएस स्वीकार हो सकता है।

दो साल में यूपी के कई अफसरों ने माँगा है वीआरएस

बीते दो वर्षों में उत्तर प्रदेश के कई वरिष्ठ आईएएस अधिकारी वीआरएस ले चुके हैं। जिनमें ये अधिकारी शामिल हैं।

इसमें 1987 बैच की आईएएस रेणुका कुमार 

1988 बैच की जुथिका पाटणकर

2003 के विकास गोठलवाल

2003 बैच के रिग्जियान सैम्फिल

2008 बैच के विद्या भूषण 

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