Sengol In Parliament: तमिल संस्कृति से नफरत करता है INDIA अलायंस, सेंगोल विवाद पर बोले CM योगी

Sengol In Parliament: सीएम योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी को भारतीय इतिहास या संस्कृति का कोई सम्मान नहीं है। सेंगोल पर उनके शीर्ष नेताओं की टिप्पणी निंदनीय है और उनकी अज्ञानता को दर्शाती है।

Newstrack :  Network
Update: 2024-06-27 08:59 GMT

सेंगोल विवाद पर सीएम योग ने दी प्रतिक्रिया (Pic: Social Media)

Sengol In Parliament: समाजवादी पार्टी के मोहनलालगंज लोकसभा से सांसद आरके चौधरी ने पार्लियामेंट में लगे सेंगोल को हटाने की मांग की है। सांसद की मांग के बाद से लगातार यह मामला पूरे देश में गरमाता जा रहा है। इस मामले पर प्रतिक्रियाएं भी देखने को मिली  है। वहीं, सेंगोल विवाद पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रतिक्रिया दी है। सीएम ने समाजवादी पार्टी (सपा) और इंडिया अलायंस (INDI Alliance) को घेरते हुए निशाना साधा है। सीएम ने कहा है कि इंडिया गठबंधन तमिल संस्कृति से नफरत करता है। 

सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि समाजवादी पार्टी को भारतीय इतिहास या संस्कृति का कोई सम्मान नहीं है। सेंगोल पर उनके शीर्ष नेताओं की टिप्पणी निंदनीय है और उनकी अज्ञानता को दर्शाती है। यह टिप्पणी तमिल संस्कृति के प्रति इंडिया अलायंस के नफरत को भी दर्शाती है। 

अखिलेश ने बताया सपा सांसद ने सेंगोल हटाने की क्यों की मांग?

वहीं, इस मामले पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हमारे सांसद आरके चौधरी ने ऐसा इसलिए कहा होगा क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब शपथ लेने गए थे तो प्रणाम नहीं किया था। इसलिए चौधरी को यह भावना आई कि सेंगोल को संसद से हटाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को संसद में भारतीय संविधान की विशालकाय प्रति लगाने में क्या दिक्कत है।  

सांसद आरके चौधरी ने प्रोटेम स्पीकर को लिखा था

दरअसल, सपा सांसद आरके चौधरी ने बुधवार को पार्लियामेंट में सांसद पद की शपथ ली थी। उन्होने सांसद पद की शपथ लेने के बाद प्रोटेम स्पीकर को एक पत्र लिखा था। प्रोटेम स्पीकर को लिखे अपने पत्र में सपा सांसद आरके चौधरी ने कहा था कि आज मैंने इस सम्माननीय सदन में शपथ ली कि मैं कानून द्वारा स्थापित भारत के संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखूंगा, लेकिन मैं सदन की कुर्सी के दाईं ओर सेंगोल को देखकर हैरान रह गया। महोदय, हमारा संविधान भारत के लोकतंत्र का एक पवित्र दस्तावेज है, जबकि सेंगोल राजतंत्र का प्रतीक है। सांसद आरके चौधरी ने आगे कहा कि हमारी संसद लोकतंत्र का मंदिर है, किसी राजा या राजघराने का महल नहीं है। मैं आग्रह करना चाहूंगा कि संसद भवन में सेंगोल हटाकर उसकी जगह भारतीय संविधान की विशालकाय प्रति स्थापित की जाए। 

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