लखनऊ: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ बुधवार (5 अप्रैल) को केजीएमयू पहुंचे। सीएम योगी ने यहां डॉक्टरों को कमीशनखोरी से बचने को कहा। सीएम बोले, 'डॉक्टर सीएचसी और पीएचसी पर ड्यूटी की बजाय निजी अस्पतालों में समय देना जरूरी समझते हैं, जो मरीजों के साथ अन्याय है। इस पर रोक लगनी चाहिए।'
सीएम ने यहां 56 नए वेंटिलेटर का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश में 5 लाख डॉक्टरों की जरूरत है। सीएम के साथ मंत्री सिद्दार्थ नाथ सिह, गोपाल टंडन, संदीप सिंह भी मौजूद थे।इस मौके पर केजीएमयू के वीसी प्रोफेसर रविकांत ने सीएम योगी और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि सीएम की ओर से आज 56 वेंटीलेटर दिए जाने के बाद केजीएमयू में कुल संख्या 156 तक पहुंच गई है।
केजीएमयू की अपनी प्रतिष्ठा है
इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, कि 'केजीएमयू की अपनी एक प्रतिष्ठा और नाम है। यहां से निकले डॉक्टर अपने-अपने क्षेत्र में अच्छा कर रहे हैं।'
'दुआओं को मत छोड़ना'
सीएम ने कहा, 'कई बार मैंने देखा सरकारी डॉक्टर प्राइवेट हॉस्पिटल में भी ड्यूटी दे रहा है। यही हाल जांच में होता है। 450 का सीटी स्कैन मार्केट में 1,800 रुपए में किया जाता है। लूट मची हुई है। गरीब डॉक्टर के पास विश्वास से आता है। हो सकता है कि उसके पैसा न हो, लेकिन दुआ होती है। उस दुआ में बहुत ताकत होती है। इसलिए उन दुआओं को मत छोड़ना।'
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निराश न लौटने दें मरीजों को
आदित्यनाथ ने संबोधन में आगे बोले, 'हर डॉक्टर यही कोशिश करे, कि कोई भी मरीज उसकी दहलीज से निराश न जाए। मरीजों के प्रति डॉक्टरों की बड़ी जिम्मेदारी होती है।'
ये भी कहा सीएम योगी ने
-मुख्यमंत्री की शपथ लेने से पहले मैं मेदांता के लोगो के साथ बैठा। पता चला कि उनके यहां के अधिकतर डॉक्टर यहां के पढ़े हुए हैं।
-मुझे खुशी है कि ये विश्वविद्यालय चिकित्सा शिक्षा की दिशा में बेहतर काम कर रहा है।
-मैं पूर्वी उत्तर प्रदेश से आता हूं। वहां भी यहीं के डॉक्टर ज्यादा हैं।
-आज 5 लाख नए डॉक्टर चाहिए। सबसे जरूरी है कि डॉक्टर और मरीज के बीच का रिश्ता मजबूत हो।
सीएम ने सुनाया वाकया
गोरखपुर में कुछ साल पहले एक डॉक्टर की गोली मार के अपराधियों ने हत्या कर दी थी। जानकारी मिली कि पैसे की मांग की गई थी, जिसके पूरा न होने पर हत्या हुई थी। मैं तब वहां सांसद था। मैंने मुद्दा उठाया और इसके बाद उन अपराधियों का एनकाउंटर हुआ और अपराधी मार दिया गया। एक बार एक डॉक्टर का अपहरण हुआ था। मैं धरने पर बैठा और उस समय पुलिस सक्रिय हुई और उन्हें बरामद कर लिया गया।
डॉक्टर की संवेदनशीलता पर भी बोले सीएम
सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा, 'एक डॉक्टर की पहचान उसकी संवेदना से होती है। मरीज और तीमारदारों के बीच झगड़े होते हैं। जूनियर डॉक्टर गिरोह बनाकर मरीज और तीमारदार पर टूट पड़ते हैं। बलरामपुर में डॉक्टरों का बहुत अभाव है। ऐसा कई जगहों का हाल है। मेरी कोशिश रहेगी कि देश के आखिरी व्यक्ति तक चिकित्सा पहुंचे और उसे हर सुविधा मिले।'
उपकरणों का रखें ख्याल
सीएम ने दिए गए वेंटिलेटर के बारे में कहा, इसका रख-रखाव सही ढंग से हो, ताकि ये लंबे समय तक काम करें। कई बार ऐसी स्थिति हो जाती है कि उपकरण तो बहुत हैं लेकिन काम कुछ ही करते हैं। ये जनता के साथ धोखा है।
पीएम ने तो एम्स दे दिया
उन्होंने कहा, 'हम अगली बार से 1 फरवरी को बजट पेश करेंगे और प्रयास करेंगे कि 31 जनवरी तक पूरा हिसाब हमारे पास आ जाए। हम प्रदेश के लोगों को आने वाले 5 साल में 25 नए मेडिकल कॉलेज देंगे। गोरखपुर को स्लॉटर हाउस दिया गया तो हमने कहा कि हमें मेडिकल कॉलेज दे, दो स्लॉटर हाउस ना दो। वो तो भला हो हमारे प्रधानमंत्री जी का जिनके प्रयास से हमको एम्स मिल गया।'