जानिए क्यों रूस गए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, यह है बड़ी वजह
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ औद्योगिक एवं व्यापारिक प्रोत्साहन के लिए रूस के व्लाडीवोस्टक में होने वाले कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए शनिवार की शाम रवाना हो गए।
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ औद्योगिक एवं व्यापारिक प्रोत्साहन के लिए रूस के व्लाडीवोस्टक में होने वाले कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए शनिवार की शाम रवाना हो गए। केन्द्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में एक भारतीय प्रतिनिधिमण्डल ‘रशिया-इण्डियन बिज़नेस मिशन’ में भाग लेने के लिए रूस जा रहा है। इस प्रतिनिधिमण्डल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित गोवा, हरियाणा, गुजरात तथा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री भी जा रहे हैं।
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इस दौरान उत्तर प्रदेश के उद्यमी कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, डेयरी तथा ऊर्जा सेक्टर में सम्भावनाओं को तलाशेंगे। इन क्षेत्रों से सम्बन्धित एमओयू पर हस्ताक्षर भी किए जाएंगे। मुख्यमंत्री के साथ लगभग पचास उद्यमी भी जा रहे हैं। दौरे में रूस के अधिकारियों के साथ वह छह सत्र में भाग लेंगे। इस दौरान प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे और उत्तर प्रदेश व रूस के बीच निवेश को लेकर विभिन्न मुद्दों पर बातचीत होगी।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रूस के इस सुदूर पूर्व क्षेत्र (विज़िट ऑफ दि इण्डियन डेलीगेशन टू दि रशियन फार ईस्ट) की यात्रा को लेकर प्रदेश सरकार को बड़ी उम्मीदे हैं। एमओयू पर हस्ताक्षर होने से प्रदेश के आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि रूस में निवेश की व्यापक सम्भावनाएं मौजूद हैं। काॅन्ट्रैक्ट फार्मिंग, रिन्युएबल इनर्जी तथा खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के उद्यमी रूस में निवेश की सम्भावनाएं तलाश सकते हैं। प्रदेश के उद्यमियों के लिए यह एक अच्छा अवसर है। एमओयू हस्ताक्षरित होने के बाद उद्यम स्थापना में भारत सरकार हर सम्भव मदद करेगी।
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उन्होंने कहा कि रूस में इकाई स्थापित करने वाले उद्यमियों के लिए यूरोप का बाजार खुल जाएगा जिससे उनके व्यापार का व्यापक विस्तार सम्भावित होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि रूस में टिम्बर और माइनिंग के क्षेत्र में व्यापक सम्भावनाएं मौजूद हैं। उन्होंने उद्यमियों को सम्भावनाओं को तलाशने और इन सेक्टरों में निवेश करने का सुझाव दिया है।