यूपी कांग्रेस ने मुख्यमंत्री कार्यालय को सौंपी 1000 बसों की सूची
प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि योगी आदित्यनाथ को प्रियंका गांधी ने 1000 बस चलाने की अनुमति मांगी थी। हम बाकायदा महासचिव का पत्र लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय गए लेकिन मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से कोई भी जवाब नहीं आया।
लखनऊ: प्रदेश कांग्रेस ने योगी आदित्यनाथ सरकार को गरीब मजदूर विरोधी करार दिया है। कांग्रेस ने कहा कि पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी ने 1000 बसें चलाने की अनुमति मांगीं थीं। मुख्यमंत्री कार्यालय को पत्र ले जाकर दिया गया कोई जबाब नहीं आया। हम आज योगी सरकार को 1000 बसों की सूची दे रहे हैं।
गरीब व मजदूर विरोधी है यूपी की योगी सरकार: कांग्रेस
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और कांग्रेस विधायक दल की नेता श्रीमती आराधना मिश्रा मोना ने सोमवार को संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हम लगातार सरकार को सकारात्मक सुझाव दे रहे हैं लेकिन भाजपा सरकार इस विपत्ति में भी बेसहारा लोगों की, जरूरतमंदों की समस्याओं को सुनने और उसके निराकरण करने में कोताही कर रही है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस वैश्विक महामारी में हम लगातार जनता की सेवा कर रहे हैं। पूरे प्रदेश में हमने 60 लाख से अधिक लोगों की राशन-खाना देकर मदद किये। 7 लाख से अधिक प्रदेश से बाहर फंसे बहन-भाइयों की मदद किया गया। प्रदेश के 22 जिलों में हम रसोईघर चला रहे हैं। बिना खाये-पिये आ रहे देश निर्माता मजदूर भाई-बहनों के लिए हाइवे पर 40 स्टॉल्स लगाकर के हम खाना, पानी, गुड़, चना और नाश्ता बांट रहे हैं।
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प्रियंका गांधी ने 1000 बस चलाने की अनुमति मांगी थी
प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि योगी आदित्यनाथ को प्रियंका गांधी ने 1000 बस चलाने की अनुमति मांगी थी। हम बाकायदा महासचिव का पत्र लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय गए लेकिन मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से कोई भी जवाब नहीं आया। उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने संवेदनहीनता की पराकाष्ठा पार कर दी है। औरैया में सड़क दुर्घटना में जान गंवाने वाले मजदूरों के शवों और घायल मजदूरों को एक ही डीसीएम में उन्हें झारखण्ड पहुंचाया गया। श्रमिक वर्ग योगी सरकार को कभी माफ नहीं करेगा। भाजपा सरकार का यह कृत्य मानवता को तार-तार करने वाला है।
मजदूरों का दर्द अब हम और नहीं देख सकते
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस आज इस आपदा में हर जरूरतमंद के साथ खड़ी है। नेताओं ने 1000 बसों की सूची मीडिया को दिखाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने हमसे लिस्ट मांगी है हम आज मुख्यमंत्री को 1000 बसों की लिस्ट बकायदा दे रहे हैं। अब मुख्यमंत्री से गुजारिश है कि कृपया हमें अनुमति दे। मजदूरों का दर्द अब हम और नहीं देख सकते। हमारे मजदूर भाई बिना खाए पिए पैदल चल रहे हैं जगह-जगह दुर्घटनाओं में मारे जा रहे हैं। अब मजदूरों के साथ इंसाफ करिए, थोड़ा सा अपना दिल बड़ा करिए यह वक्त राजनीति का नहीं है।
भाजपा सरकार ने अपना गरीब विरोधी चेहरा दिखाया
कांग्रेस विधायक दल की नेता श्रीमती आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि हम लगातार सरकार को सकारात्मक सुझाव दे रहे हैं। मदद करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन योगी सरकार इतनी असंवेदनशील है कि हमारे देश निर्माता मजदूर बहनों-भाइयों की आवाज को सुनना भी नहीं चाहती है। हमारी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने मजदूरों के लिए रेलवे भाड़ा अदा करने की बात की लेकिन भाजपा सरकार ने वहां भी अपना गरीब विरोधी चेहरा दिखाया। हमारी राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी ने ज्यादा टेस्टिंग करने का सुझाव दिया तब थोड़ा सा टेस्टिंग बढ़ाई गई। जब महासचिव ने सबको राशन की गारंटी की बात उठाया तब जाकर सरकार जागी।
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उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने मजदूरों के साथ विश्वासघात किया है। योगी आदित्यनाथ की सरकार ने कहा था कि वह अपने प्रवासी मजदूरों को अन्य प्रदेशों से लाएंगे लेकिन अब जब मजदूर प्रदेश में खुद चलकर आ रहे हैं तो उत्तर प्रदेश सरकार जगह-जगह उनके ऊपर लाठी चार्ज कर रही है। पिछले दिन मथुरा झांसी और जमुना नगर बॉर्डर पर मजदूरों पर बर्बर लाठीचार्ज हुआ। उन्होंने कहा कि हम फिर से मुख्यमंत्री से गुजारिश कर रहे हैं कि हमारे भाई बहन अपने घर आना चाहते हैं के साथ इस तरीके का अमानवीय व्यवहार न किया जाए।