कांग्रेस: मंत्री कर रहे घृणा राजनीति, मंत्री का पलटवार, शिक्षा का किया इस्लामीकरण
योगी सरकार के मंत्री के बयान ने बवाल खड़ा कर दिया है। कांग्रेस ने मंत्री के बयान को बेहद आपत्तिजनक बताया है। कांग्रेस प्रवक्ता डॉ उमाशंकर पांडेय ने कहा कि योगी के मंत्री लोगों को गुमराह करने में लगे हैं।
अखिलेश तिवारी
लखनऊ: योगी सरकार के संसदीय कार्य राज्य मंत्री आनंदस्वरूप शुक्ल के बयान पर कांग्रेस भड़क उठी है। कांग्रेस ने मंत्री पर घृणा की राजनीति का आरोप लगाया और कहा कि वह इतिहास पर आरएसएस का मुलम्मा चढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके जवाब में मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं व देश के पहले शिक्षा मंत्री ने स्कूलों में गलत इतिहास पढ़ाया है। भारत के इतिहास का इस्लामीकरण किया गया है।
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योगी सरकार के मंत्री के बयान ने बवाल खड़ा कर दिया है
योगी सरकार के मंत्री के बयान ने बवाल खड़ा कर दिया है। कांग्रेस ने मंत्री के बयान को बेहद आपत्तिजनक बताया है। कांग्रेस प्रवक्ता डॉ उमाशंकर पांडेय ने कहा कि योगी के मंत्री लोगों को गुमराह करने में लगे हैं। दरअसल वह समाज व देश में घृणा की राजनीति करना चाह रहे हैं। वह वर्ग विशेष के प्रति लोगों में वैर व घृणा का भाव उत्पन्न करने की कोशिश कर रहे हैं। आजादी के आंदोलन में सभी वर्ग शामिल हुए केवल आरएसएस के लोग ही आजादी की लड़ाई लड़ने के बजाय अंग्रेजों के मददगार बने रहे। माफी मांग कर अंग्रेजों के खास बने रहे। ऐसे लोगों को देश में सभी वर्गों का मिल-जुलकर रहना रास नहीं आ रहा है।
लोगों को आरएसएस का लिखा हुआ इतिहास पढ़ाया जाए
इसलिए ऐसी कोशिश की जा रही है। योगी सरकार के मंत्री चाहते हैं कि लोगों को आरएसएस का लिखा हुआ इतिहास पढ़ाया जाए। जिसमें एक वर्ग विशेष के प्रति नफरत करना सिखाया जाए। उन्होंने कहा कि देश के पहले शिक्षा मंत्री अबुल कलाम आजाद पर उंगली इसलिए उठाई जा रही है क्योंकि वह देश के एक वर्ग विशेष से आते हैं। यह लोग इस तरह से सभी लोगों पर बारी-बारी हमला करेंगे। दरअसल इस बहाने उनकी कोशिश देश में वर्ग विशेष के लोगों को देश के बहुसंख्यक वर्ग का विरोधी साबित करने की है। इस साजिश को समझना होगा। लोगों को देश का इतिहास खुद पढऩा चाहिए और आरएसएस और भाजपा की साजिश से बचकर रहना चाहिए।
मंत्री ने किया पलटवार
प्रदेश सरकार के संसदीय कार्य राज्य मंत्री आनंदस्वरूप शुक्ल ने कांग्रेस की प्रतिक्रिया पर पलटवार किया है और अपने पुराने बयान को सही बताया है। उन्होंने कहा कि भारत और भारतीयता से देश के पहले शिक्षा मंत्री अबुल कलाम आजाद और कांग्रेस के नेताओं का कोई लेना -देना नहीं था। आजादी के बाद देश के शिक्षा पाठ्यक्रम का इस्लामीकरण किया गया। स्कूलों में जो इतिहास पढ़ाया गया उसमें भारत के महान पुरुषों महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी, चाणक्य, चंद्रगुप्त मौर्य, विक्रमादित्य के बजाय अकबर को महान बताया गया। बाबर और औरंगजेब के बारे में बताया गया। भारत के वेद, रामायण, महाभारत व सनातन संस्कृति के बारे में नहीं बताया गया। तक्षशिला व नालंदा के बारे में नहीं बताया गया। केवल मुस्लिम शासकों के बारे में बताया गया। बाबर के बारे में असली बातें नहीं बताई गईं। गुरु तेगबहादुर के बेटों को जिंदा दीवार में चुनाव दिया गया।
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चंगेज खां ने कितने हिन्दुओं को मारकर खून की नदियां बहाईं। उसका जिक्र नहीं किया गया। इसकी वजह केवल आजाद का शिक्षा मंत्री बनना रहा। उनके बाद नूरुल हसन, मोहम्मद करीम छागला,हुमायूं कदीर जैसे लोगों ने इस तरह का इस्लामिक इतिहास रचा और उसे ही पढ़ाया गया। हम लोग घृणा का इतिहास नहीं बल्कि हकीकत का इतिहास बताना चाहते हैं। जिन लोगों का कार्य घृणित रहा है। उन लोगों के बारे में नई पीढ़ी को मालूम होना चाहिए। नहीं तो देश बार -बार धोखा खाता रहेगा। इसमें कांग्रेस की करतूतें भी छिपने वाली नहीं हैं। कांग्रेस ने भारत को अपने राजनीतिक स्वार्थ व वोटबैंक के लिए इतिहास को तोड़-मरोडक़र पेश किया है। यह हकीकत भी सभी के सामने लानी होगी।